हापुड़: 2024 में यह रिश्वतखोर रहे चर्चाओं में
हापुड़, सीमन (ehapurnews.com): 2024 का आज अंतिम दिन है, कुछ ही समय में 2025 दस्तक देगा। यदि 2024 की बात करें तो जिले में कुछ अधिकारी व कर्मचारी रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों दबोचे गए हैं। कुछ ऐसे कर्मचारी भी हैं जिनकी वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुई लेकिन अभी भी जांच जारी है जबकि कुछ ऐसे हैं जिन्हें विजिलेंस विभाग की टीम ने रंगे हाथों दबोचा। गिरफ्तार रिश्वतखोर सलाखों के पीछे गए जो कि कई रात जेल में करवटें बदलते रहे। आईए प्रकाश डालते हैं 2024 में कौन-कौन रिश्वतखोर चर्चा में रहा।
अगस्त में लेखपाल विपिन धामा 50 हजार की रिश्वत के साथ पकड़ा गया:
गढ़मुक्तेश्वर तहसील क्षेत्र के बहादुरगढ़ के गांव डेहरा कुटी में व्यावसायिक भवन का दाखिल खारिज कराने के नाम पर रिश्वतखोर लेखपाल विपिन धामा ने 90 हजार रुपए मांगे। किसान ने रिश्वतखोर लेखपाल को 50 हजार रुपए पकड़ाए। तभी मेरठ की विजिलेंस विभाग की टीम ने उसे 50 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथों दबोच लिया।
सितंबर में 2.30 लाख की रिश्वत के साथ पकड़ा गया कुंवर पाल:
हापुड़ नगर पालिका परिषद के परिसर में बने आवास से विजिलेंस विभाग की टीम ने सितंबर के महीने में जलकल विभाग में तैनात रहे रिश्वतखोर जेई कुंवरपाल को 2.30 लाख रुपए की रिश्वत के साथ रंगे हाथों दबोचा था। रिश्वतखोर जेई के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज कराया गया था जिसके बाद उसे जेल भेज दिया था। रिश्वतखोर जेई ने एक भुगतान करने की एवज में लाखों की रिश्वत मांगी थी।
अक्टूबर में वायरल हुई लेखपाल साबिर अली के निजी सहायक की वीडियो:
सरकारी महकमे का भ्रष्टाचार से पुराना नाता है। अक्टूबर के महीने में एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुई जिसमें गढ़मुक्तेश्वर तहसील में तैनात रहे लेखपाल साबिर अली के निजी सहायक 10 हजार रुपए की रिश्वत थामता दिखाई दिया। वीडियो वायरल होने के बाद अधिकारी हरकत में आए और मामले में जांच बैठाई लेकिन जांच अभी भी जारी है। रिश्वतखोर साबिर अली, निजी सहायक के माध्यम से रिश्वत ले रहा था जो अथाह संपत्ति का मालिक भी है।
डिप्टी रेंजर पर भी हुई कार्रवाई:
वन विभाग के डिप्टी रेंजर को भी 30 हजार रुपए की रिश्वत के साथ एंटी करप्शन की टीम ने जाल बिछाकर उसे पकड़ा था।