लिपिक पर फर्जी हस्ताक्षर कर 4.57 करोड़ के घोटाले का आरोप
हापुड़, सीमन (ehapurnews.com): हापुड़ गन्ना समिति कार्यालय में तैनात लिपिक 25 अप्रैल से गायब है जो कि कार्यालय नहीं आ रहा। उसका फोन भी बंद आ रहा है। हापुड़ गन्ना समिति के चेयरमैन कुणाल चौधरी का दावा है कि लिपिक ने हेराफेरी करते हुए 4.57 करोड़ रुपए का घोटाला किया है जो फिलहाल फरार है। फर्जी हस्ताक्षर कर उसने करीब 4.57 करोड रुपए का घोटाला किया है। घबराहट में लिपिक यहां-वहां भाग रहा है। ऐसे में लिपिक की गुमशुदगी देहात थाने में दर्ज कराई गई है।
चेयरमैन कुणाल चौधरी ने बताया कि वर्ष 2020 में निर्वाचित गन्ना समिति के अध्यक्ष का कार्यकाल पूर्ण हो गया था। समिति अक्टूबर 2024 तक अधिकारियों की निगरानी में रही। नवंबर 2020 में कुणाल चौधरी चेयरमैन चुने गए। इन चार वर्षो में समिति का लिपिक समिति के महत्वपूर्ण बैंक खातों में सेंधमारी करता रहा। इसका खुलासा तब हुआ जब हाल ही में नगलामल चीनी मिल से करीब तीन करोड़ रुपए का भुगतान समिति के खाते में आया लेकिन जब यह पैसा किसानों के खातों में भेजना शुरू किया गया तो बैंक ने भुगतान रोक दिया। इसका कारण पता कराया तो पता चला कि समिति के बैंक खाते में पैसे कम है जबकि समिति के बजट खाते में बैलेंस शीट के अनुसार करीब पांच करोड़ रुपए होने चाहिए।
जब पुराने वाउचर दिखाए गए तो 4 करोड़ 57 लाख रुपए का पर्दाफाश हुआ। दरअसल बिल वाउचर पर समिति के सचिव मनोज कुमार और एससीडीआई शेष नारायण दीक्षित के हस्ताक्षर होते हैं। आरोपी लिपिक ने दोनों ही अधिकारियों के हस्ताक्षर फर्जी तरीके से करा लिए और पैसों का हेरफेर कर दिया। मामले की जांच जारी है।
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