सिंथेटिक दूध के खिलाफ हापुड़ में भी चलेगा अभियान, बच नहीं पाएंगे धंधेबाज
हापुड़, सीमन (ehapurnews.com): सिथेटिक दूध बनाने और बेचने वाले अब सरकार के राडार पर आ गए हैं। प्रदेशभर में ऐसे लोगों के खिलाफ मुहिम शुरू की जा रही है। डेयरी संचालकों, खुदरा व्यापारियों के यहा नियमित जांच की जाएगी। खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग की राज्य स्तरीय सलाहकार समिति की बैठक में मुख्य सचिव ने सिंथेटिक दूध से जुड़े मामलों को लेकर चिता जताई थी। इसी क्रम में विभाग ने विस्तृत अभियान चलाए जाने के निर्देश दिए हैं।
हाल ही में बुलंदशहर में सिथेटिक बनाने का बड़ा मामला सामने आया था। बड़े पैमाने पर इस दूध को बनाने की ऐसी सामग्री पकड़ी गई थी जो स्वास्थ्य के लिए बेहद हानिकारक है। इसके अलावा भी आए दिन प्रदेश के विभिन्न इलाकों से सिथेटिक दूध से जुड़े मामले सामने आते रहे हैं। खाद्य सुरक्षा एवं और्षाच प्रशासन विभाग ने अब इसे लेकर लगातार अभियान चलाए जाने का फैसला किया है।
अभियान चलाकर होगी कार्रवाई खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग की अपर आयुक्त प्रशासन रेखा एस. चौहान ने प्रदेश के सभी सहायक खाद्य आयुक्तों को निर्देश जारी किए है। उनसे सिथेटिक दूध को लेकर उच्च जोखिम वाले क्षेत्रों को चिन्हित करने को कहा गया है। जो डेयरी संचालक या खुदरा व्यापारी हानिकारक रसायनों का प्रयोग कर सिंथेटिक दूध का कार्य करते हैं. उनके खिलाफ विशेष अभियान’ चलाकर कार्रवाई की जाए। मौके पर यदि सिथेटिक दूध निर्माण से जुड़ी सामग्री पाई जाए तो ऐसे लोगों के खिलाफ कड़ी निरोधात्मक कार्यवाही की जाए। इसकी रिपोर्ट तय प्रारूप पर भेजनी होगी। इसे लेकर प्रदेशभर के अधिकारियों को वीडियो काफ्रेंसिंग के जरिए भी निर्देश जारी किए गए।
हापुड़ में भी चलेगा अभियानः शासन के निर्देश पर सिंथेटिक दूध के धंधेबाजों के विरुद्ध जनपद हापुड़ में भी खाद्य सुरक्षा एवं औषधी प्रशासन की टीम अभियान चलाएंगी। बता दें कि हापुड़ में भी सिंथेटिक दूध खुलेआम बिक रहा है।
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