VIDEO: आखिर क्यों नहीं हो रही ओवरलोड वाहनों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई?

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हापुड़, सीमन (ehapurnews.com) : जनपद हापुड़ का एआरटीओ विभाग गुड वर्क के नाम पर अपनी पीठ भले ही थपथपा लें लेकिन सड़कों पर दौड़ते यमदूत विभाग की कार्यशैली पर कई सवाल उठा रहे हैं या यूं कहें कि अधिकारियों की पोल खोल रहे हैं। सडकों पर दौड़ रहे ओवरलोड वाहनों पर कार्रवाई की जगह अधिकारी चुप्पी साध लेते हैं या फिर मुंह घूमा लेते हैं जिसका खामियाजा आम लोगों को भुगतना पड़ रहा है। ऐसा नहीं है कि अधिकारियों को इन ओवरलोड वाहनों की जानकारी नहीं है लेकिन वह इन वाहनों पर न जाने क्यों कार्रवाई करने से परहेज कर रहे हैं।
जनपद हापुड़ के विभिन्न क्षेत्रों में आपको गन्ने से ट्रैक्टर-ट्रॉली और ट्रक नजर आएंगे जिनपर क्षमता से अधिक गन्ना लदा हुआ होता है। ट्रांसपोर्टर पर अधिकारियों ने कोई कार्रवाई नहीं की है जिसके चलते भ्रष्टाचार की बू आ रही है। अधिकारी न जाने क्यों इन पर हाथ डालने से कतरा रहे हैं। ऐसा लगता है कि अधिकारियों ने अनदेखी का चश्मा पहन लिया है। ज्ञात हो कि कुछ दिन पूर्व जनपद हापुड़ के बृजघाट में पलवाड़ा रोड पर ओवरलोडेड ट्रक हाईटेंशन लाइन की चपेट में आ गया था जिसके चलते 24 वर्षीय चालक आजाद की मौत हो गई थी। यदि एआरटीओ विभाग समय रहते ओवरलोड ट्रकों के खिलाफ अभियान चलाता तो यह हादसा रुक सकता था लेकिन अधिकारियों के ढुलमुल रवैया से एक चालक की जान चली गई।
पिछले कई दिनों से मौत बनकर यह वाहन सड़कों पर दौड़ रहे हैं। सबसे बड़ा सवाल तो यह है कि अधिकारी वैसे तो चैकिंग अभियान चलाते हैं लेकिन उन्हें यह ओवरलोडेड वाहन नजर ही नहीं आते। ऐसे में अधिकारियों की भूमिका लापरवाही के साथ-साथ भ्रष्टाचार के कटघरे में खड़ी है।