हापुड़, सीमन (ehapurnews.com) : गुड़ और खाद्यान्न, तेल, तिलहन के लिए विश्व विख्यात मंडी हापुड़ में गेहूं औऱ चावल के भाव तेजी से रिकार्ड कामय करने की ओर बढ़ रहे हैं औऱ समर्थन में राशन का चावल भी भड़क गया।
अप्रैल माह में जैसे ही नए गेहूं की आवकें शुरु हुई तो रुस व युक्रेन के युद्ध को देखते हुए गेहूं में तेजी का रुख आंका जाने लगा जिसकों देखते हुए हापुड़ में स्टाकिस्ट हावी हो गया। गेहूं माफियों ने हापुड़ के साथ-साथ गंगा पार इलाके के बड़े-बड़े गोदाम किराए पर ले लिए और एक-एक साल का किराए का एग्रीमेंट कर लिया। इन गोदामों का निर्माण भी अवैध तरीके से हुआ है।
गेहूं माफियों के हावी होने से गेहूं का सरकारी खरीद लक्ष्य भी पूरा नहीं हो सका। माफियों ने अप्रैल माह से ही गेहूं की खेंच मचा रखी है। सूत्र बताते हैं कि हापुड़ के अवैध गोदामों में कई लाखों बोरी गेहूं का भंडारण है औऱ इस भंडारण में कालेधन का भारी निवेश है। इसके अतिरिक्त गंगा पार के गोदामों में भी हापुड़ के माफियों ने गेहूं का भंडारण बड़े पैमाने पर किया हुआ है।
हापुड़ मंडी में शुक्रवार को गेहूं का भाव 2500-2600 रुपए प्रति क्विंटल बोला गया और इस भाव में भी विक्रेता नहीं बोला। यदि चावल की बात करें तो उम्दा चावल 15 रुपए किलो, एक दम बढ़िया चावल 20 रुपए किलो और घटिया चावल 10 रुपए प्रति किलों महंगा हो गया।
हापुड़ में चावल के गोदाम भी भरे पड़े है। राशन का चावल भी 20 रुपए प्रति किलों बोला गया। बता दें कि उत्तम क्वालिटी का चावल हापुड़ में हरियाणा से आता है जबकि चावल माफिया राशन का चावल छान पर हरियाणा के चावल मिलों को सप्लाई करते है।
यदि सरकार ने गेहूं व चावल के बढ़ते हुए दामों पर अंकुश नहीं लगाया तो किसी दिन लोग सड़कों पर उतर सकते है। सूत्र बताते है कि गेहूं व चावल माफियों ने गत चार माह में एक-एक करोड़ का नफा वसूला है, जो तेजी को देखते हुए और अधिक हो सकता है।
देश-दुनिया में कहीं भी भेजे राखी, DTDC को बस कॉल करें: 9837660486