हापुड़, सीमन (ehapurnews.com): बिजली विभाग का भ्रष्टाचार और विवादों से पुराना नाता है। बिजली विभाग के अधिकारी और कर्मचारी निडर होकर खुलेआम रिश्वत की मांग करते हैं… बल्कि इस मांग को वसूली कहना उचित रहेगा। ताजा मामला हापुड़ की इंदरगढ़ी का है जहां अधिकारियों की शह पर लाइनमैन मीटर बदलने के नाम पर लगातार पैसों की डिमांड कर रहा है। कभी 1,500 तो कभी दो हजार रुपए। यह रकम लगातार बढ़ती जा रही है। बता दें कि अधिकारियों के आशीर्वाद से ही लाइनमैन खुलेआम रिश्वत की मांग करते हैं।
इंदरगढ़ी निवासी पूनम पत्नी नेमचंद के यहां लगा मीटर एक नहीं दो नहीं बल्कि पिछले कई महीनों से काफी ज्यादा रीडिंग दे रहा है जिसके बाद उपभोक्ता ने मीटर बदलने का प्रार्थना पत्र भी उपखंड अधिकारी को दिया। उपभोक्ता ने यह भी बताया कि उपखंड अधिकारी ने तो पहला प्रार्थना पत्र खो दिया जिसके पश्चात एक और प्रार्थना पत्र लिया गया। इस संबंध में 30 जुलाई वर्ष 2022 में उपखंड अधिकारी विद्युत वितरण खंड प्रथम हापुड़ ने पत्रांक संख्या 923 के क्रम संख्या 5 में पूनम के मीटर को बदलने की कार्रवाई करते हुए सहायक अभियंता मीटर विद्युत परीक्षणशाला हापुड़ को पत्र लिखा लेकिन लाइनमैन ने छह महीने बाद भी मीटर नहीं बदला है।
लाइनमैन मीटर रीडर आदि की मिलीभगत से लगातार उपभोक्ता को सता रहा है जिसका कहना है कि यदि रिश्वत नहीं दी तो उन्हें परेशानी उठानी पड़ेगी। जरा सोचिए उपखंड अधिकारी विद्युत वितरण उपखंड प्रथम हापुड़ से शिकायत के बाद भी मीटर अभी तक नहीं बदला गया है। ऐसे में आप समझ सकते हैं उपखंड अधिकारी की भूमिका भी संदेह के घेरे में है।
उपभोक्ता का पुत्र पिछले कई दिनों से विभाग के चक्कर लगा रहा है। यहां तक कि उसने बिजली विभाग की हेल्पलाइन पर भी मामले की शिकायत की लेकिन किसी ने अभी तक सुध नहीं ली है।
मीटर रीडर, लाइनमैन, उपखंड अधिकारी की संपत्ति की जांच होनी चाहिए। साथ ही उपभोक्ता को सताने वालों के खिलाफ भी कार्रवाई होनी चाहिए।
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