हापुड़ में मूंगफली पर दस लाख रुपए रोजाना, राजस्व की चोरी
हापुड़, सीमन (ehapurnews.com): राजस्थान से बड़े पैमाने पर हापुड़ आ रही मूंगफली से प्रदेश सरकार को लाखों रुपए के राजस्व से हाथ धोना पड़ रहा है। हापुड़ में करीब 20 ट्रक रोजाना मूंगफली आ रही है औऱ मुश्किल से एक-दो ट्रक ही मूंगफली पर जीएसटी व मंडी समिति अदा की जा रही है।
अवैध रुप से हापुड़ पहुंचने वाली मूंगफली के फर्जी बिल अंडर वैल्यू के बने होते है, साथ ही बिल में दर्शायी गई मूंगफली की मात्रा से कहीं अधिक मूंगफली ट्रक में लदी होती है। हापुड़ में मूंगफली गोदामों में उतारने के बाद फर्जी बिलों को फाड़ दिया जाता है। अवैध रुप से हापुड़ पहुंचने वाली मूंगफली रात को राजस्थान से ट्रकों द्वारा चलती है और रोजाना सुबह 4 बजे से 6 बजे तक गोदामों में उतार दी जाती है।
बता दें कि मूंगफली पर जीएसटी 5 प्रतिशत तथा मंडी समिति डेढ़ प्रतिशत है, यानी कि ट्रक की क्षमता के अनुसार मूंगफली पर 50-80 हजार रुपए टैक्स प्रति ट्रक बनता है, परंतु मंडी समिति हापुड़ की मिली भगत से प्रदेश सरकार को रोजाना करीब 10 लाख रुपए के राजस्व से हाथ धोना पड़ रहा है और कालेधन के निवेशक मौज ले रहे है। मूंगफली के अवैध कारोबार पर करीब आधा दर्जन धंधेबाजों का कब्जा है। जिनके पास कालेधन का भंडार भरा पड़ा है। ऐसे धंधेबाजों का कालाधन प्रोपर्टी में भी लगा है। नगर उपभोक्ता परिषद हापुड़ ने सूबे के मुख्यमंत्री को एक पत्र लिखकर मूंगफली पर हो रही राजस्व की चोरी को रोकने की मांग की है।