हापुड़, सीमन (ehapurnews.com): जनपद हापुड़ के पिलखुवा क्षेत्र में स्थित मोनाड यूनिवर्सिटी में एसटीएफ की टीम ने शनिवार को छापामार कार्रवाई की। पांच घंटे तक चली रेड के पश्चात टीम ने कई दस्तावेजों को अपने कब्जे में ले लिया और चेयरमैन समेत 12 लोगों को हिरासत में लेकर उनसे पूछताछ शुरू कर दी। सूत्रों ने बताया कि मामला फर्जी मार्कशीट जारी करने से जुड़ा है। हालांकि अधिकारियों ने इस दौरान मीडिया से बात करने में परहेज किया। टीम आरोपियों को एक बस में बैठाकर अपने साथ ले गई। मोनाड यूनिवर्सिटी का विवादों से पुराना नाता है। छात्रवृत्ति घोटाले, 80,000 फर्जी मार्कशीट मिलने, फर्जी अंक तालिका व प्रमाण पत्र के मामले में भी यह यूनिवर्सिटी चर्चाओं में आ चुकी है।
मामला शनिवार का है जब सीओ एसटीएफ संजीव कुमार के नेतृत्व में टीम पिलखुवा क्षेत्र के अनवरपुर में स्थित मोनाड विश्वविद्यालय पहुंची। 24 से अधिक अधिकारी तीन थानों की पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे जिन्होंने जाते ही लैपटॉप, हार्ड डिस्क, डीवीआर, सर्वर सिस्टम, दो वाहनों को अपने कब्जे में ले लिया। इस दौरान महत्वपूर्ण दस्तावेजों को भी टीम ने कब्जे में ले लिया। इसके बाद पूछताछ शुरू कर दी। लखनऊ और मेरठ से आई एसटीएफ की टीम ने शनिवार की शाम करीब 4:00 बजे छापा मारा। यह रेड करीब 5 घंटे तक चली। इस दौरान यूनिवर्सिटी में अफरा-तफरी का माहौल बना रहा। जांच के बाद टीम ने यूनिवर्सिटी के चेयरमैन विजेंद्र सिंह समेत 12 लोगों को हिरासत में ले लिया। इसके बाद वह उन्हें पिलखुवा थाने लेकर पहुंची और आगे की कार्रवाई शुरू कर दी। सीओ एसटीएफ संजीव कुमार ने बताया कि मामले की जानकारी लखनऊ में मौजूद अधिकारियों को दी जाएगी।
बता दें कि मोनाड विश्वविद्यालय छात्रवृत्ति घोटाले को लेकर भी चर्चा में रहा है। छाज्ञवृत्ति घोटाले से संबंधित करीब 20 लाख रुपए को लेकर 26 सितम्बर 2019 को उत्तराखंड के भीमताल थाने में मोनाड विश्वविद्यालय के प्रबंध तंत्र, सेवा निवृत्त बैक अधिकारी व एक लिपिक के विरुद्ध मुकद्दमा दर्ज हुआ था। पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा था।
निर्मला देवी इंटरनेशनल स्कूल में एडमिशन के लिए करें संपर्क: 8218393381
