
श्रीमद् भागवत गीता के श्रवण से मानव चरित्र का निर्माण
हापुड़, सीमन (ehapurnews.com): हापुड़ के जवाहर गंज में स्थित प्राचीन श्री शिव मंदिर में श्रीमद् भागवत गीता जयंती श्रद्धापूर्वक मनाई गई। वृंदावन के संत प्रवर स्वामी श्री शिव स्वरूप जी महाराज के नेतृत्व में श्रद्धालुओं ने गीता का सस्वर पाठ किया।
संत प्रवर स्वामी श्री शिव स्वरूप जी महाराज ने श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए कहा कि मार्गशीर्ष शुक्ल पक्ष एकादशी आज ही के दिन भगवान श्री कृष्ण ने महाभारत युद्ध प्रारंभ होने से पूर्व अर्जुन का मोह निवृत्त करने के लिए जो उपदेश दिया था वही उपदेश लोक में श्रीमद् भागवत गीता के नाम से प्रसिद्ध है। विश्व में भारतीय संस्कृति से श्रेष्ठ अन्य कोई संस्कृति नहीं है।
उन्होंने कहा कि श्रीमद् भागवत गीता भगवान श्री कृष्ण के कंठ से निकली वह वाणी है जिसको सुनने, मनन करने व अध्ययन करने से पापों से छुटकारा मिलता है। जिस प्रकार भगवान के चरणों का स्पर्श करके पृथ्वी पर आई गंगा संसार के प्राणियों के पापों को धो डालती है उसी प्रकार भगवान श्री कृष्ण के कंठ से निकली दिव्य वाणी मनुष्य के चरित्र का निर्माण करती है।
इससे पूर्व मंदिर परिसर में संकीर्तन का आयोजन किया गया जिससे भक्तों ने भगवान श्री कृष्ण व श्री राधा की लीलाओं का स्मरण किया गया। युवा उद्यमी शांतनु सिंघल ने स्वामी जी का फूल-माला पहना पर स्वागत किया
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