दुआओं के असर खाली नहीं होते

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हापुड़, सीमन (ehapurnews.com): हापुड़ के पास के गांव खड़खड़ी में जन्माष्टमी पर एक कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया जिसमें मेरठ के कवि संजीव त्यागी एवं कवियित्री शुभम त्यागी, हापुड़ से डाॅ. अनिल वाजपेयी, मोदी नगर से अवनीत समर्थ, गाजियाबाद से कुशल कुशवाह, स्वदेश यादव व गढ़मुक्तेश्वर से आशीष भारद्वाज को आमंत्रित किया गया। कवि सम्मेलन के विशिष्ट अतिथि विधायक विजय पाल आढ़ती एवम् प्रफुल्ल सारस्वत अध्यक्ष नगरपालिका थे। कवि सम्मेलन की अध्यक्षता संजीव त्यागी ने की और संचालन कवि विकास विजय सिंह त्यागी ने करते हुए पढ़ा सूरज से मिला सकता हूं में ,तारों को भी तोड़ के ला सकता हूं में,आपका साथ है यदि, तो धरा का रुख भी बदल सकता हूं मैं ‘ ।
सभी कवियों ने अपनी अद्भुत प्रस्तुति से कवि सम्मेलन को ऊंचाईयों पर पंहुचाया। मोदी नगर से आए कवि अवनीत समर्थ ने पढ़ा बुजुर्गों की दुआओं के असर खाली नहीं होते,
उजड़ जाते है वो गुलशन जहाँ माली नहीं होते ।गाजियाबाद से आए स्वदेश यादव व कुशल कुशवाह ने श्रोताओं को बांधे रखा, शुभम त्यागी ने अपने अंदाज में श्रोताओं का दिल जीता डा. अनिल वाजपेयी ने शानदार प्रस्तुति से श्रोताओं को गदगद करते हुए पढ़ा, ” अगर ये प्यार के गीत गाए न होते,तो समस्त फूल मुरझा गए होते ” अन्य रचना में श्री बाजपेई ने पढ़ा, ” करता है नित क्रोध तू,करे अगर अहसास!
‘ अनिल ‘जहां पर प्रेम है, होगा वहीं प्रकाश!!
‘लगन समर्पण आत्मबल,’अनिल’ अटल विश्वास!’जहां दिखें समझो वहां, कान्हा जी का वास!!’और अंत में संजीव त्यागी की कविताओं को श्रोताओं ने खूब पसंद किया। कवि विकास विजय सिंह त्यागी ने अपने शानदार संचालन व प्रस्तुति से कवि सम्मेलन को यादगार बना दिया. सुधीर त्यागी,आलोक पाण्डेय मुकुल त्यागी उपस्थिति थे।

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