डीएम की कार फूंकने का मामला गरमाना शुरु
हापुड़, सीमन (ehapurnews.com): हापुड़ के दूध व्यापारी अशोक गर्ग डेरी वाले की हत्या का मुख्य आरोपी मनोज भाटी को 20 साल बाद हापुड़ पुलिस ने मुठभेड़ में गत दिनों मार गिराया।
अशोक गर्ग की हत्या के बाद हापुड़ में तनाव उत्पन्न हो गया और हापुड़ के बाजार बंद हो गए। कोतवाली में तोड़-फोड़ आगजनी हुई और फायरिंग हुई। तत्कालीन जिलाधिकारी गाजियाबाद संतोष यादव की गाड़ी को उपद्रवियों ने आग लगा दी। गाड़ी चालक चमन सिंह ने इस मामले में 16 सितम्बर 2003 को हापुड़ कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कराई।
सर्वप्रथम मामले की जांच सीबीसीआईडी को दी। इसके बाद सीबीसीआईडी ने जांच अधिकारी बदल दिया। यह जांच मेरठ में बरेली स्थानांतरित की गई। बरेली से भ्रष्टाचार निवारण संगठन लखनऊ को दी गई। इस सिलसिले में तीन आरोपी गिरफ्तार हुए जिन्हें न्यायालय से जमानत मिल गई। विभिन्न जांच अधिकारियों ने 28 लोगों को आरोपित बनाया, जो व्यापार मंडल से जुड़े नेता थे तथा प्रतिष्ठित व्यापारी। आरोपियों में दो की मौत हो चुकी है। आरोपी हाईकोर्ड से स्टे भी लाए।
दीवानी व फौजदारी के मामलों को लेकर वर्ष-2018 में सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया था कि ऐसे मामलों में 6 माह से अधिक का स्टे नहीं दिया जा सकता है। पुराने सभी स्टे समाप्त हो जाएंगे तथा केसों का तेजी से निस्तारण किया जाए। 20 साल पुराने मुकद्दमे का स्टेटस क्या है, तथात्मक जानकारी जुटाई जा रही है।
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