हापुड़, सीमन (ehapurnews.com): हापुड़ में रोजाना सुबह–शाम धान के भावों में 200-250 रूपए प्रति क्विंटल का फर्क रह जाने से किसानों में रोष व्याप्त है। किसान बिचौलियों पर किसानों के शोषण व उत्पीड़न का आरोप लगा रहे हैं। हापुड़ मड़ी में आस-पास इलाकों सें रोजाना 4-5 हजार बोरी धान आ रहा है। हापुड़ मंडी में प्रतिदिन कारोबार सुबह 10 बजे प्रारम्भ हो जाता है, परन्तु लिवाल के गायब रहने से घान का भाव दोपहर 12 बजे तक मनमाने दाम पर खुलता है, जो बाद में टूटता रहता है। धान के सुबह–शाम के भावों में 200-250 रूपए अंतर रह जाता है, जिससे किसान स्वंय को ठगा सा महसूस करता है। किसान गुरूवार को मंडी समिति दफ्तर पर हंगामा कर विरोध दर्ज करा चुके हैं।
बताते हैं कि हापुड़, गुलावठी के कुछ व्यापारियों का सिंडीकेट बना है, जो दिसावर की मड़ी में धान भेजने के लिए खरीददारी करते है। इस सिडींकेट में कई बिचोलिए भी शामिल है। यह सिंडीकेट सुबह के वक्त धान का दाम 3500-3600 रूपए प्रति क्विटंल खोलता है। धान का अच्छा भाव सुनकर किसान मडीं में धान लेकर पहुंचता है। और यह आवकें 5 हजार बोरी तक पहुंच जाती है। जैसे ही धान की आवकें बढ़ती है तो लिवाल सिंडीकेट पीछे हट जाता है। औऱ भाव 200-250 रूपए प्रति क्विंटल कम बोला जाने लगता है। यह सिलसिला रोजाना का है, जिससे किसानों में आक्रोश पनप रहा है और यह आक्रोश लावा बनकर फूट सकता है।
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