
हापुड के एस.एस.वी. (पी.जी.) कॉलिज के अंग्रेजी विभाग में संगोष्ठी
हापुड, सीमन (ehapurnews.com):एस.एस.वी.(पी.जी.) कॉलिज, हापुड़ के अंग्रेजी विभाग में अंग्रेजी साहित्य के “पुनःस्थापना काल”(1660-1798) विषय पर एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया जिसमें एम.ए.अंग्रेजी प्रथम वर्ष के विद्यार्थियों ने अपने पत्र प्रस्तुत किए। संगोष्ठी के आरंभ में संगोष्ठी कीआयोजिका प्रोफेसर रानी तिवारी ने संगोष्ठी के विषय पर चर्चा करते हुए कहा कि 1660 से 1798 तक के ब्रिटिश साहित्य को “नवशास्त्रीय काल” के रुप में जाना जाता है। इस काल में लेखकों ने रोमन और यूनानी शैलियों का अनुकरण करने का प्रयास किया।इन्होने तर्क, विवेक और व्यवस्था पर जोर दिया, जो ज्ञानोदय का युग भी था।
अंग्रेजी विभाग के प्रभारी प्रोफेसर आर.के.शर्मा ने बताया कि इस काल के प्रमुख लेखको में जॉन ड्रायडन, अलेक्जेंडर पोप, जोनाथन स्विफ्ट जैसे लेखक शामिल है। इस काल में व्यंग्य, उपन्यास और कविता का विकास हुआ। विद्यार्थियों ने विभिन्न लेखकों पर अपने पत्र प्रस्तुत किए जैसे अलेक्जेंडर पोप,टॉमस ग्रे, विलियम ब्लेक, ऑलिवर गोल्डस्मिथ, हेनरी फील्डिंग, जोसफ एडिसन और रिचर्ड स्टील।इस संगोष्ठी में मीनल, आर्यन, सार्थक, दीक्षा, मिनाज, चंचल, ममता, रुपल, दिव्या, मिनाक्षी, नन्दिनी, ऋतिका, आदिबा, साज़िया, अंजली, ज्योति, स्वाति, नेहा, सोनिया आदि ने अपने पत्र प्रस्तुत किए। इस अवसर पर देवेंद्री गौड उपस्थित रहीं।प्राचार्य प्रोफेसर नवीन चन्द्र सिंह ने इस आयोजन के लिए अंग्रेजी विभाग की सराहना की। इस आयोजन में श्री भीम सिंह का सहयोग रहा।
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