हापुड़, सीमन (ehapurnews.com) : जनपद हापुड़ के थाना बहादुरगढ़ क्षेत्र के गांव रझैटी में शिया जामा मस्जिद की मजलिस को देहली से आए हुए मौलाना अज़दार हुसैन साहब ने ख़िताब किया। ज़ोहर की नमाज़ के बाद की मजलिस को जयपुर से आए हुए मौलाना नाज़िश अकबर साहब काज़मी ने ख़िताब करते हुए कहा कि ईमाम हुसैन ने इतनी बड़ी क़ुरबानी इन्सानियत को बचाने के लिये दी थी। उन्होंने कहा कि इन्सानियत की ख़िदमत करना ही सच्चा दीन और सच्चा इस्लाम है।
मजलिस के फौरन बाद ज़ुल्जनाह का जुलूस बरामद हुवा जो अपने क़दीमी रास्तों अमन मेडिकल स्टोर, बड़ी मस्जिद, चौपाल सक्कों वाली गली, ईमाम बारगाह क़सरे पंजेतन, ईमाम बारगाहे बाबुल मुराद होते हुए ईमाम चौक पहुंचा जहाँ पर अन्जुमन हैदरी व अन्जुमन सिपाहे अब्बासिया के नोहेखानों ने नोहे पढ़ कर माहौल को ग़मगीन बना दिया। ईमाम चौक में हमेशा की तरह इस साल भी जंजीरो का मातम किया गया जिसे देखने के लिये आस पास के गांवों से सैकड़ों की तादाद में लोग आए और अक़ीदत के फूल नज़्र किये। जुलूस ईमाम बारगाह दरगाहे हुसैनी से रवाना हुआ और गश्त के बाद इसी ईमाम बारगाह पर ख़तम हुवा। अज़ादारी मैनेजमेंट ग्रुप के संयोजक मौलाना अली हैदर अजमेरी पूरे जुलूस में अपनी टीम मेम्बरान मास्टर हसन हैदरी, आले अली, हाजी अख़्तर हुसैन व पूर्व प्रधान डॉक्टर अली हसन के साथ मौजूद रहे। प्रधान इरकान चौधरी, खुर्शीद व ग्राम के लोग, प्रशासन टीम के साथ जुलूस की अगुवाई कर रहे थे। प्रधान ईरक़ान चौधरी व मोहर्रम कमेटी ने सभी सहयोगियों का आभार वयक्त किया। इस दौरान दुलदुल घोड़ा निकाला गया जिसे रझैटी समेत आसपास के कई गांवों के लोगों का हुजूम दुलदुल घोड़ा देखने को उमड पड़ा। वहीं मातम में लोहे की जंजीरों से अपने आप को लहूलुहान कर मातमपुर्सी की।