हापुड़, सीमन (ehapurnews.com): भारतीय भाषा समर कैंप के अंतर्गत जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान हापुड़ में संस्कृतभाषा ज्ञान हेतु संभाषण प्रशिक्षण का आयोजन प्रारंभ हुआ। इस संस्कृत शिविर का शुभारंभ जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान के उपप्राचार्य की अध्यक्षता में आयोजित किया गया। प्रथम सत्र अपराह्ण 12:00 बजे अतिथियों द्वारा मां सरस्वती के चरणों में दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। इस अवसर पर उपप्राचार्य ने कहा कि भारतीय भाषाओं में संस्कृत भाषा एक ऐसी भाषा है जिसमें हर प्रकार का ज्ञान विज्ञान भरा पड़ा है। संस्कृत भाषा हमारी प्राचीन संस्कृति की धरोहर है। संस्कृत भाषा मनुष्य मात्र को “वसुधैव कुटुम्बकम्” की भावना से प्रेरित करते हुए सभी को एक सूत्र में पिरोकर संरक्षित रखती है। यह भाषा सभी को सुखी, निरोग और कल्याणकारी मार्ग के लिए प्रेरित करती, शिविर प्रशिक्षक प्रभाकर मणि त्रिपाठी ने संस्कृत भाषा के सुमधुर गीतों से कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई। प्रशिक्षक कुशल देव, प्रदीप कुमार शास्त्री ने सभी प्रशिक्षुकों शिक्षकों को प्रशिक्षण देना प्रारंभ किया।
इससे पूर्व भाषा समर कैंप के नोडल अधिकारी हिंदी के प्रवक्ता पिंटू ने कैंप के उद्घाटन सत्र में अतिथियों का परिचय स्वागत एवं शिविर के उद्देश्यों तथा संस्कृत भाषा की विशेषताओं पर प्रकाश डालते हुए उसकी उपयोगिताओं को समझाया। प्रथम दिवस के द्वितीय तृतीय सत्रों में सभी को संस्कृत भाषा में परिचय के रूप में परिचय का आरम्भ मम नाम ….. भवत: नाम…..से कराया। इस क्रम मे सामान्य व्यवहार में सम्भाषण का अभ्यास कराया गया।
द्वितीयं सत्रम् – 01:00 त: 2:00 वादनपर्यन्तम्संस्कृतेन परिचय:
सर्वनामपरिचय:
अक्षरपरिचय:(गीतम्)
माहेश्वरसूत्राणां परिचय:
अक्षरक्रीडा
संख्याक्रीडा गीतञ्च (ॐक्रीडा 20-30 पर्यन्तम्)
तृतीयं सत्रम्
संस्कृताभिनय:(रोलप्ले)
वार्तालाप:
मूकाभिनय:(बूझो तो जाने)
अभिनयबालगीतम्
चतुर्थं सत्रम्स्फोरकपत्रनिर्माणम् (फ्लैशकार्ड)
स्लोगनलेखनम्
अक्षरमेलनम्(शब्दनिर्माणम्)
वर्णमेलनम्
कर्तृ-क्रियापदमेलनम्
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