
हापुड़, सीमन/अशोक तोमर (ehapurnews.com): जनपद हापुड़ के थाना सिंभावली क्षेत्र में निर्माणाधीन गंगा एक्सप्रेसवे पुल के पास 11 जनवरी की सुबह मिले अज्ञात शव की गुत्थी का पुलिस ने हापुड़ में प्रेसवार्ता के दौरान शनिवार को खुलासा कर दिया। ब्लाइंड मर्डर मिस्ट्री का खुलासा करने में पुलिस को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। पुलिस ने मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। दिल्ली के कपड़ा कारोबारी नासिर की हत्या के मामले में कार्रवाई करते हुए पुलिस ने आमिर पुत्र खालिद निवासी मोहल्ला काजी कस्बा थाना सहसवान जिला बदायूं हाल निवासी कर्दमपुरी हरिजन बस्ती थाना ज्योति नगर दिल्ली तथा फुरकान पुत्र तफसीर निवासी मॉडल स्कूल के पास कबीर नगर थाना वेलकम दिल्ली को गिरफ्तार कर लिया है जिनके कब्जे से पुलिस ने दो अवैध तमंचे, मय चार जिंदा व खोखा कारतूस, घटना में इस्तेमाल महिंद्रा एक्सयूवी गाड़ी को बरामद किया है।
11 जनवरो को मिली थी लाश:
ज्ञात हो कि हापुड़ जनपद के सिंभावली थाना क्षेत्र के निर्माणाधीन गंगा एक्सप्रेस-वे पुल के पास 11 जनवरी की सुबह पुलिस को एक अधजले शव की सूचना प्राप्त हुई थी। इसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। शव की पहचान करना पुलिस के लिए बड़ी चुनौती था क्योंकि शव अधजली अवस्था में था। पुलिस ने कड़ी मशक्कत के बाद मृतक की पहचान दिल्ली के कपड़ा व्यापारी नासिर उर्फ लालू के रूप में की थी। बदला लेने के लिए उसके दोस्तों ने ही हत्या की साजिश रची और 10 जनवरी की रात को गोली मार कर हत्या कर शव को जनपद हापुड़ में लाकर फेंक कर उसे जलाने का प्रयास किया था। हापुड़ के पुलिस अधीक्षक कुंवर ज्ञानंज्य सिंह ने बताया कि आरोपी आमिर और फुरकान को पुलिस ने थाना सिंभावली क्षेत्र के निर्माणाधीन गंगा एक्सप्रेसवे पुल के नीचे से गिरफ्तार किया है।
मुखबिरी के शक में की हत्या:
आरोपियों ने पुलिस को कड़ी पूछताछ में बताया कि मृतक नासिर उर्फ लालू से जान पहचान थी। आमिर और मृतक नासिर दोनों ही कपड़े का कारोबार करते थे। गिरफ्तार किए गए फुरकान ने आमिर के मकान में किराए की दुकान कर रखी है। फुरकान का भाई इरफान का नाम फिरौती मांगने के प्रकरण में सामने आया था। यह मुकदमा दिल्ली के एक थाने में दर्ज हुआ था। इसके बाद थाना लोधी स्पेशल सेल दिल्ली द्वारा फिरोती के इस प्रकरण में इरफान को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। वहीं पुलिस के डर से आमिर फरार हो गया था। आमिर यहां-वहां फरार रहा जिसके चलते उसका कारोबार भी पूरी तरह प्रभावित हो गया। आमिर ने पुलिस को कड़ी पूछताछ में बताया कि नासिर के आपराधिक किस्म के लोगों से भी संबंध थे। नासिर ने ही उसकी और इरफान के बारे में पुलिस को मुखबिरी की थी। मुखबिरी के शक में ही उन्होंने नासिर की हत्या की साजिश रची।
आरोपी लेकर आए थे पेट्रोल:
दोनों ने नासिर उर्फ लालू की हत्या की योजना के तहत 10 जनवरी की रात करीब 8:00 बजे के आसपास आमिर की गाड़ी महिंद्र एसयूवी में नासिर को कलियर शरीफ ले जाने के बहाने बैठाया। आरोपियों ने पहले ही मृतक को मारने की योजना बनाई थी। इसी क्रम में उन्होंने आमिर की स्कूटी से पेट्रोल निकाल कर गाड़ी में रख लिया था। जब नासिर गाड़ी में बैठा तो उन्होंने गाड़ी को गाजियाबाद की ओर मोड़ दिया। गाड़ी को फुरकान चल रहा था जबकि पीछे आमिर बैठा था। जैसे ही गाड़ी छिजारसी टोल के पास पहुंची तो आमिर ने पीछे से नासिर के सिर से सटाकर गोली मार दी और उसे मौत के घाट उतार दिया। लाश को ठिकाने लगाने के लिए दोनों एक जगह तलाशते रहे। जब गाड़ी मुरादाबाद को जाने वाले नए हाईवे की तरफ दौड़ी तो निर्माणाधीन पुल के पास उन्होंने लाश को ठिकाने लगाने की सोची। ऐसे में उन्होंने निर्माणाधीन पुल के नीचे पहुंचने पर लाश को गाड़ी से निकाला और कच्ची पटरी पर लिटा दिया। मृतक की पहचान छिपाने के उद्देश्य से उसके चेहरे और पूरे शरीर पर पेट्रोल छिड़ककर माचिस से लाश में आग लगा दी। गिरफ्तार किए गए आरोपियों का कहना है कि मृतक के गैंगस्टर से भी संबंध थे।
कोहरे में सीसीटीवी देखने में हुई परेशानी:
जब पुलिस को मामले की सूचना मिली तो वह मौके पर पहुंचे और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में गोली लगने से मौत होने की बात सामने आई थी। जिस समय आरोपियों ने वारदात को अंजाम दिया उस समय सड़क पर काफी ज्यादा कोहरा था। ऐसे में पुलिस को सीसीटीवी आदि की जांच करने में काफी समस्या हुई लेकिन पुलिस ने इस धुंधली तस्वीर को साफ करते हुए कड़ी से कड़ी जोड़कर आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी मृतक के परिचित थे जिन्होंने मुखबिरी के शक में नासिर को मौत के घाट उतारा। फिलहाल दोनों आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
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