मोनाड विवि पर फिर छापा: एसटीएफ आने की सूचना पर भागा रजिस्ट्रार कर्नल डीपी सिंह
हापुड़, सीमन/संजय कश्यप (ehapurnews.com): जनपद हापुड़ के पिलखुवा में स्थित मोनाड विश्वविद्यालय में उस समय अफरा-तफरी मच गई जब गुरुवार को एक बार फिर एसटीएफ की टीम ने छापामार कार्रवाई की। पिलखुवा पुलिस को साथ लेकर एसटीएफ की टीम मौके पर पहुंची और शिक्षकों से चार घंटे तक पूछताछ की। बताया जा रहा है कि इस दौरान यूनिवर्सिटी का रजिस्ट्रार कर्नल डीप सिंह मौके से फरार होने में कामयाब रहा। सीसीटीवी फुटेज देखने के बाद एसटीएफ को स्पष्ट हो गया और उसने परिसर में जांच की लेकिन कर्नल डीपी सिंह हाथ नहीं आया। बताया जा रहा है कि इस दौरान प्रबंधन के कई सदस्य भी दीवार फांदकर भाग गए। पूछताछ के बाद टीम वापस लौट गई। बताया जा रहा है कि एसटीएफ ने जनपद हापुड़ में ही डेरा डाल लिया है। पुलिस मुख्यालय से फर्जीवाड़े की जांच ट्रांसफर होने के बाद अब एसटीएफ ही मामले की विवेचना करेगी। मामला काफी बड़ा है। टीम अपने साथ कुछ रिकॉर्ड और दो लैपटॉप ले गई।
सूत्रों ने बताया कि मोनाड यूनिवर्सिटी में फर्जीवाड़े का मामला अब बढ़ता जा रहा है। फर्जी डिग्री जारी होने का आंकड़ा एक लाख से ऊपर पहुंच गया है। फर्जी डिग्री के इस मामले की जांच का दायरा बढ़ता जा रहा है। बताया जाता है कि मोनाड यूनिवर्सिटी से डिग्री हासिल करने वाले विभिन्न क्षेत्रों में प्राइवेट तथा सरकारी नौकरी कर रहे हैं। फर्जीवाड़े का यह जाल कई राज्यों में फैल चुका है। फर्जी डिग्री बेचने का अड्डा बना मोनाड विश्वविद्यालय की जांच अब एसटीएफ ही करेगी। एसटीएफ फरार हुए रजिस्टर कर्नल डीपी सिंह की कुंडली खंगाल रही है। टीम ने करीब चार घंटे तक शिक्षकों से पूछताछ की। बताया जाता है कि दो शिक्षक सरकारी गवाह बनने के लिए सहमत हो गए हैं।
एक घर हो अपना…. अब पूरा होगा सपना… संपर्क करें: 9756129288 पर
