मोनाड यूनिवर्सिटी: पांच वर्षों में 2700 छात्रों ने की पीएचडी
हापुड़, सीमन (ehapurnews.com): मोनाड यूनिवर्सिटी इन दिनों विवादों से घिरी हुई है जहां फर्जी डिग्रियों तथा मार्कशीट, प्रपत्रों को बेचें जाने का खुलासा हुआ है। मोनाड यूनिवर्सिटी प्रकरण में जांच आगे बढ़ रही है। पिलखुवा पुलिस और एसटीएफ को जांच में पता चला है कि यूनिवर्सिटी ने 5 वर्षों में करीब 2,700 लोगों को पीएचडी कराई है जबकि 3000 लोगों को फर्जी डिग्री देकर गुरुग्राम की प्लेसमेंट एजेंसी के जरिए विदेश भेजा गया है। कुछ तो ऐसे भी हैं जिन्हे मास्टर, बीएड की फर्जी डिग्रियां थमा कर यूनिवर्सिटी में ही नौकरी के लिए रख लिया।
बताया जा रहा है कि जो यूनिवर्सिटी 50 वर्ष पुरानी है। उस यूनिवर्सिटी से ज्यादा पीएचडी की डिग्रियां मोनाड ने 5 वर्षों में ही जारी कर दी। इससे उसकी विश्वसनीयता को लेकर भी सवाल खड़े हुए। मामले की जांच अभी भी जारी है। शक की सुइयां कई लोगों पर घूम रही हैं।
चर्म रोग, गुप्त रोग व एलर्जी के लिए संपर्क करें डॉ शिशिर गुप्ता: 8979824365
