हापुड़, सीमन (ehapurnews.com): हापुड़ में दूध की बोतल धड़ल्ले से बिक रही है। दूध की बोतल मानकों के विपरीत बाजार में उपलब्ध है। ऐसे में लोगों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। आपको बता दें कि बाजार में मिलने वाली दूध की बोतल पर एक्सपायरी डेट, मैन्युफैक्चरिंग डेट और एमआरपी अंकित नहीं है। ऐसे में दुकानदार मनमर्जी के अनुसार दूध की बोतल को बेच रहे हैं। कायदे में दूध की बोतल पर एक्सपायरी और मैन्युफैक्चरिंग डेट के साथ-साथ एमआरपी भी लिखी होनी चाहिए लेकिन दुकानदार लापरवाही बरत रहे हैं। साथ ही दूध की बोतल बनाने वाला भी मानकों का पालन नहीं कर रहा जिसकी वजह से कई सवाल खड़े हो रहे हैं। अचंभे की बात तो यह है कि कुछ दुकानदारों ने तो दूध की बोतल पर अपनी ब्रांडिंग का लेबल भी चिपका दिया है। ब्रांडिंग का लेबल तो चिपकाया जा रहा है लेकिन मैन्युफैक्चरिंग, एक्सपायरी और एमआरपी अंकित नहीं की जा रही। ऐसे में खाद्य सुरक्षा विभाग की भूमिका भी सवालों के घेरे में है। फिलहाल बाजार में मिल रही दूध की बोतल की कीमत 40 रुपए के आसपास है। बोतल पर क्वांटिटी भी नहीं लिखी है।