हापुड़, सीमन (ehapurnews.com) : इंडियन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन हापुड़ चैप्टर के एक प्रतिनिधिमंडल ने शुक्रवार को जनपद की जिलाधिकारी मेधा रुपम से भेंट कर एक अक्तूबर से डीजल, जेनरेटिंग सेट के चलाने पर प्रतिबंध लागू होने से औद्योगिक उत्पादन में आने वाली समस्याओं से अवगत कराया और उद्योगों को राहत की मांग की। प्रतिनिधिमंडल ने बताया कि जेनरेटर सेट को पीएनजी में परिवर्तित कराने के लिए अत्यंत अधिक खर्चा आता है और उसमें प्रयुक्त एक डिवाइस आयतित उपकरण है। जिसकी तकनीक अभी तक केंद्रीय प्रदुषण कंट्रोल बोर्ड से प्रमाणित नहीं कि गई है। सरकार उद्योगों को 24 घंटे नियमित विद्युत आपूर्ति की घोषणा तो करती है परंतु विद्युत की अनियमित आपूर्ति के कारण ही उद्यमी को मजबूरी में जनरेटर चलाना पड़ता है। बिजली के गायब होने पर जेनरेटर नहीं चलाने पर उद्योगिक उत्पादन बुरी तरह प्रभावित होता है। उनकी मांग है कि उद्योगिक यूनिटों में किसी भी विभाग द्वारा निरीक्षण के समय स्थानीय औद्योगिक संगठनों का एक प्रतिनिधि अवश्य शामिल किया जाए, ताकि उद्यमियों का शोषण व उत्पीड़न न हो। प्रतिनिधिमंडल में उद्यमी सोनू चुग, अशोक छारिया, विजय शंकर शर्मा, शांतनु सिंघल आदि उपस्थित थे।
Home Hapur City News || हापुड़ शहर न्यूज़ उद्यमियों ने जेनरेटर के प्रतिबंध की समस्याओं से डीएम को अवगत कराया