#Hapur: बदमाशों को पकड़ने गई #Police कई बार हुई हमलों का शिकार, पढ़ें पूरी रिपोर्ट:

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हापुड़, सीमन (ehapurnews.com): कानपुर में पुलिस पर बदमाशों ने हमला कर दिया जिसमें आठ पुलिसकर्मी शहीद हो गए। पूरे देश में खाकी पर आम लोगों की सुरक्षा की ज़िम्मेदारी है और अपने कर्तव्य का वहन करने में जनपद हापुड़ की पुलिस भी पीछे नहीं है। हापुड़ की पुलिस भी कई बार अपने दायित्व को निभाने के दौरान बदमाशों के हमले का शिकार हुई है लेकिन अपनी जान की परवाह किए बगैर खाकी ने ड्यूटी को बखूबी निभाया है। पेश है एक खास रिपोर्ट:

4 अप्रैल 2020:

साल 2020 में अप्रैल की घटना है जब बहादुरगढ़ में रेत माफियाओं ने पुलिस पार्टी पर हमला कर दिया।

9 अप्रैल 2020:

9 अप्रैल को हापुड़ नगर पुलिस के साथ पहले गाली-गलौज की गई और इसके बाद पुलिस पर हमला कर दिया।

3 मार्च 2020:

घटना इसी साल की है जब हापुड़ पुलिस ने टॉपटेन अपराधी सद्दाम को पकड़ने के लिए उसके घर पर दबिश दी। पुलिस शाम के लगभग 6 बजे धौलाना थाना क्षेत्र के गांव पिपलैड़ा पहुंची। पुलिस जैसे ही बदमाश के मकान के गेट पर पहुंची तो उसपर चारों ओर से ईंट और पत्थर की बारिश होने लगी। लेकिन पुलिस ने इसी बीच सद्दाम को अपनी गिरफ्त में ले लिया।

जैसे ही पुलिस अपने मकसद में कामयाब हुई तो लोगों ने पुलिस को घेर लिया और सद्दाम को पुलिस की गिरफ्त से छुड़ा लिया। जब घटना की जानकारी आलाधिकारियों को लगी तो वो भी फोर्स के साथ पहुंचे और लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई। शुक्र की बात ये रही कि इस पत्थराव में कोई जनहानि नहीं हुई।

24 सितंबर 2019:

घटना 24 सितंबर 2019 की रात की है जब धौलाना पुलिस को सूचना मिली की एक स्कॉर्पियों गाड़ी पर फर्जी नंबर प्लेट लगी है। सूचना मिलते ही पुलिस ने स्कार्पियों का पीछा शुरु किया लेकिन कार में बैठे लोगों को इस बात की भनक लग गई कि पुलिस उनका पीछा कर रही है। कार सवारों ने कार धौलाना क्षेत्र में घुसा दी और ग्रामीणों को आवाज लगा दी।

कार सवारों की आवाज सुनते ही ग्रामीण बड़ी संख्या में इकट्ठा हो गए और पुलिस का विरोध करने लगे। हालांकि इन सभी के बाद भी पुलिस ने कार का पीछा कर आरोपित अशरफ, शौकत तथा जाकिर को गिरफ्तार कर लिया। लेकिन गांव में मौजूद भीड़ पुलिस पर टूट पड़ी और आरोपितों को पुलिस की पकड़ से छुड़वा लिया। इस दौरान पुलिस पर लाठी-डंडों से हमला भी किया गया जिसमें कई पुलिस कर्मी घायल भी हुए।

11 अगस्त 2019:

पिलखुवा में एक ऐसा मामला सामने आया जहां एक बस चालक ने सिपाही के ऊपर बस चढ़ाने का प्रयास किया।

18 जनवरी 2019:

पिलखुवा में एक सिपाही को दबंगों ने लोहे की रॉड मारकर घायल कर दिया।

29 जनवरी 2019:

बहादुरगढ़ में पुलिस पर दबंगो ने पहले हमला किया और फिर हाथापाई की।

01 अक्तूबर 2018:

बहादुरगढ़ में एक सिपाही के साथ मारपीट का मामले सामने आया जहां दबंगो ने सिपाही की वर्दी भी फाड़ दी।

22 सितंबर 2018:

पिलखुवा में भी बहादुरगढ़ की तरह ही एक मामला सामने आया जहां सिपाही के साथ मारपीट कर उसकी वर्दी फाड़ दी गई।

माया त्यागी कांड में दरोगा को गोलियों से भूना:

बात सन 1980 की है उस दौरान बागपत में माया त्यागी कांड हुआ था। इस चर्चित माया त्यागी कांड के एक दरोगा को हापुड़ के निकट गुलावठी रोड पर उस समय गोलियों से भून दिया था जव वह अपनी बहन के यहां राखी बंधवाने के लिए जा रहा था। मृतक दरोगा बागपत में तैनात था।





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