रंगीन कचरी व भांग पापड़ का सेहत से खिलवाड़
हापुड़, सीमन (ehapurnews.com): होली पर्व पर रंगीन कचरी व भांग युक्त पापड़ की मांग में अचानक वृद्धि नजर आने लगी है। ये दोनों ही खाद्य पदार्थ, सिंथेटिक व खोया स्वास्थ्य के लिए नुकसानदायक है।
पापड़ के निर्माता अवैध रुप से भांग एकत्र कर उसका इस्तेमाल पापड़ में कर रहे है। नशेड़ी भांग युक्त पापड़ की ओर आकर्षित हो रहे है। खाद्य पदार्थ में अखाद्य रंगों का इस्तेमाल हो रहा है। दूसरी ओर सिंथेटिक दूध व खोया की बिक्री भी बढ़ी है।
रंगीन कचरी तो 50-200 रुपए प्रति किलो बिक रही है। ये रंग पूरी तरह टोक्सी है, जो खाने योग्य नहीं है। हापुड़ जनपद में शहरी इलाकों के साथ-साथ ग्रामीण इलाकों में रंगीन कचरी धड़ल्ले से बिक रही है।
अब प्रश्न यह उठता है कि भांग पापड़ बनाने वाले भांग कहां से लाते है। जबकि उनके पास भांग मिक्स खाद्य पदार्थ बेचने का कोई लाइसेंस नही है। पुलिस, आबकारी विभाग व खाद्य सुरक्षा दल को विशेष अभियान चलाकर भांग युक्त पापड़ की बिक्री को रोकना चाहिए।
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