हापुड़, सीमन (ehapurnews.com): हापुड़ के स्वास्थ्य विभाग ने तीन दिन के अभियान में 15 क्लिनिकों को सील कर दिया। यह क्लीनिक लंबे समय से अवैध रूप से स्वास्थ्य विभाग की नाक के नीचे चल रहे थे। सबसे बड़ी बात तो यह है कि अधिकारी दिखाने के लिए सीलिंग की कार्रवाई तो कर रहे हैं लेकिन मुकदमा दर्ज कराने के नाम पर पीछे हट रहे हैं। ऐसे में अधिकारियों की लापरवाही सामने आती है।
जनपद हापुड़ के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ सुनील कुमार त्यागी ने 14 जून को एक साक्षात्कार में कहा था कि जिले में गलत तरीके से क्लीनिक चला कर मरीजों की जान से खिलवाड़ करने वालों को छोड़ा नहीं जाएगा। अभियान चलाकर जिले भर में चल रहे हैं ऐसे सभी अस्पतालों को सील किया जाएगा। एफ आई आर भी दर्ज कराई जाएगी। लगता है सीएमओ साहब का स्टेटमेंट महज कागजों तक सिमट कर रह गया। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक 19, 20 व 21 जून को स्वास्थ्य विभाग ने जिले में अभियान चलाकर सिर्फ 15 क्लिनिकों को सील किया लेकिन एफ आई आर दर्ज कराने के मामले में अधिकारी लापरवाही बरत रहे हैं।
हाल ही में बुलंदशहर रोड पर स्थित आवास विकास कॉलोनी में भी स्वास्थ्य विभाग ने अवैध रूप से संचालित त्यागी नर्सिंग होम को सील किया था जहां पिछले कई वर्षों से ऑपरेशन हो रहे थे। यह कार्रवाई सिर्फ सीलिंग तक ही सीमित रह गई। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की भूमिका लापरवाही के कटघरे में खड़ी है। हर गली, मोहल्ले में अवैध रूप से नर्सिंग होम संचालित हैं जिन पर अभी तक बड़ी कार्रवाई नहीं हुई है। कार्रवाई की चाल कछुए की तरह चल रही है।