हापुड़, सीमन (ehapurnews.com) : उत्तर प्रदेश में निकाय चुनाव अब फर्लागों दूर रह गए है और भाजपा सहित कांग्रेस, सपा-रालोद व बसपा निकाय चुनाव फतह करने के लिए ताना-बाना बुनने तथा शतरंजी चाल बिछाने में जुटे है। सम्भवतयाः निकाय चुनाव दिसम्बर में होंगे।
यदि जनपद हापुड़ की बातें करें तो जनपद में पिलखुवा, हापुड़, गढ़मुक्तेश्वर नगर पालिका परिषद है तथा बाबूगढ़ नगर पंचायत। जनपद की चारों निकाय फतह करने हेतु भाजपा नेताओं ने कमर कस ली है। इनमें केवल गत चुनाव में कमल के फूल पर भाजपा ने हापुड़ में जीत हासिल की थी। अब हापुड़ सीट पर कब्जा रखना भी भाजपा के लिए चुनौती होगा।
हापुड़ का बहुत बड़ा व्यापारी वर्ग जलकर गृहकर, जल भराव, कूड़े व गंदगी के ढेरों से आज भी नाराज है। नगर पालिका हापुड़ ने व्यापारियों की समस्याओं का निबटारा नहीं किया है और जब नगर पालिका ने सड़क, खड़ंजों की मरम्मत नहीं कराई तो लोगों ने चंदा करके स्वयं मरम्मत की है।
नगर पालिका परिषद हापुड़ के कर्मचारियों का एक बहुत बड़ा वर्ग भाजपा से नाराज है। परिषद के कर्मचारी तबादलों से आज भी नाखुश नजर आते है। भाजपा-बसपा में सीधी टक्कर दिखाई दे रही है। बसपा को बहुजन समाज, मुस्लिम तथा भाजपा से असंतुष्टों का मत मिलने की उम्मीद है, साथ ही रालोद-सपा गठबंधन का संयुक्त प्रत्याशी भी भाजपा को टक्कर देने की स्थिति में है। जनपद हापुड़ के चारों निकायों पर कब्जा करने के लिए भाजपा को कड़े चने चबाने होंगे।