“अक्षय तृतीया में किया गया कार्य हो जाता है अक्षय”

0
84







हापुड़, सीमन (ehapurnews.com): भगवान श्री परशुराम जी का जन्मोत्सव पर्व सर्वार्थ सिद्धि योग तथा शोभन योग में 29 अप्रैल मंगलवार को प्रदोषकाल में मनाया जाएगा तथा अक्षय पुण्य प्रदान करने वाला पर्व अक्षय तृतीया का विशेष शुभत्व मुहूर्त 30 अप्रैल, बुधवार को दोपहर 2 बजकर 12 मिनट तक रहेगा। भारतीय ज्योतिष कर्मकांड महासभा अध्यक्ष ज्योतिर्विद पं0 के0 सी0 पाण्डेय ने बताया कि स्कन्द पुराण व भविष्य पुराण के अनुसार भगवान परशुराम का जन्म त्रेतायुग में बैसाख मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि में प्रदोषकाल समय में माता रेणुका के गर्भ से भगवान के 6ठे अवतार के रुप में हुआ था जो आज भी अजर अमर है। तृतीया तिथि 29 अप्रैल सायं 5.31 से 30 अप्रैल को दोपहर 2.12 तक रहेगा। भगवान परशुराम जी के पूजन के लिए 29 अप्रैल मंगलवार को सायं 5.32 से 6.43 तक का समय श्रेष्ठ है। धर्मग्रंथों के अनुसार अक्षय तृतीया में किया गया कार्य अक्षय हो जाता है अतः इस दिन जप, तप, दान व खरीददारी के लिए विशेष शुभ व उपयुक्त है इस दिन गंगाजल में स्नान करने से मनुष्य सभी पापों से मुक्त हो जाता है तथा अनाज (गेहूँ, चना, सत्तू, चावल ) से भगवान का विष्णु का पूजन, हवन व ब्राह्मणों को इसके साथ ही तिल, स्वर्ण, गौ, भूमि आदि का दान करने से उत्तम फल की प्राप्ति होती है चल अचल संपत्ति की खरीददारी जैसे सोना, चाँदी, जमीन, गाड़ी आदि तथा पूजन, दान अथवा महत्वपूर्ण कार्य के आरम्भ व यात्रा के लिए 29 अप्रैल को सायं 5.31 से 30 अप्रैल को दोपहर 12.15 बजे तक का समय अत्यंत शुभ व श्रेष्ठ है।
29 अप्रैल मंगलवार को भी सुबह 5.43 से सायं 5.31 तक सायं सौभाग्य योग व शोभन के साथ त्रिपुष्कर योग होने से किसी भी तरह की खरीददारी के लिए उत्तम है हापुड़ में विद्वानों द्वारा 29 अप्रैल को 5.30 बजे से भगवान परशुराम जी का पूजन होगा उपरांत भव्य शोभायात्रा निकाला जाएगा पुनः 01 मई को भी भगवान परशुराम जी का भव्य शोभायात्रा समाज द्वारा निकाला जाएगा।

एक कॉल पर लगवाएं रेडीमेड बाउंड्री : 9027125102, 9105625102 || शानदार क्वालिटी




LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here