
ओरल कैंसर के बढ़ते बोझ पर चिंता ज़ाहिर कर जागरूकता को दिया बढ़ावा
हापुड़, सीमन/ रियाज़ अहमद (ehapurnews.com): जनपद हापुड़ के पिलखुवा में स्थित सरस्वती इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज एंड हॉस्पिटल में विशेषज्ञों द्वारा ऑन्कोलॉजी सेमिनार का सफल आयोजन किया गया। सरस्वती इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज एंड हॉस्पिटल, हापुड़ द्वारा जगन्नाथ चैरिटेबल कैंसर इंस्टिट्यूट एंड रिसर्च सेंटर, गाज़ियाबाद के सहयोग से ऑन्कोलॉजी विषय पर एक ज्ञानवर्धक सेमिनार/टॉक का सफल आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम Oral Cancer एवं सिर-गर्दन कैंसर की शुरुआती पहचान, नवीनतम उपचार तकनीकों एवं क्लीनिकल प्रैक्टिस पर केंद्रित रहा।
सत्र का संचालन डॉ. मोहित भटनागर, डायरेक्टर – ऑन्कोलॉजी, जगन्नाथ चैरिटेबल कैंसर इंस्टिट्यूट एंड रिसर्च सेंटर, गाज़ियाबाद द्वारा किया गया। डॉ. भटनागर एक अनुभवी सर्जिकल ऑन्कोलॉजिस्ट हैं, जिनके मार्गदर्शन में प्रतिभागियों को कैंसर उपचार के आधुनिक तरीकों की महत्वपूर्ण जानकारी मिली।
डॉ. हर्ष शिशोदिया, डिप्टी मेडिकल सुपरिटेंडेंट ने संस्थान की ओर से डॉ. भटनागर का स्वागत किया। कार्यक्रम की गरिमा बढ़ाने हेतु वरिष्ठ प्रबंधन- एन. वर्धराजन (जनरल मैनेजर), रघुवर दत्त (डायरेक्टर) एवं डॉ. वाई.सी. गुप्ता (हॉस्पिटल एडमिनिस्ट्रेटर)—उपस्थित रहे। उन्होंने इस प्रकार के अकादमिक कार्यक्रमों को चिकित्सा शिक्षा के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण बताया।
सेमिनार में लगभग 150 मेडिकल छात्रों सहित फैकल्टी सदस्यों, रेज़ीडेंट्स, इंटर्न्स तथा विभिन्न विभागों के प्रतिनिधियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। सभी ने डॉ. भटनागर द्वारा साझा किए गए प्रायोगिक एवं क्लीनिकली उपयोगी ज्ञान से लाभ प्राप्त किया।
अपने संबोधन में, डॉ. भटनागर ने भारत में Oral Cancer के बढ़ते बोझ पर चिंता व्यक्त की तथा इसके प्रमुख जोखिम कारकों—तंबाकू सेवन, शराब का अत्यधिक उपयोग, लगातार होने वाली जलन, और HPV संक्रमण—पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने बताया कि शुरुआती निदान के लिए समय पर क्लीनिकल जांच एवं बायोप्सी अत्यंत आवश्यक है। साथ ही उन्होंने शल्य चिकित्सा, रेडियोथेरेपी एवं कीमोथेरेपी सहित विभिन्न उपचार विधियों, पुनर्निर्माण (Reconstruction) तकनीकों, लिम्फ नोड प्रबंधन एवं पोस्ट-ऑपरेटिव रेडियोथेरेपी के महत्व पर विस्तृत प्रकाश डाला।
जगन्नाथ चैरिटेबल कैंसर इंस्टिट्यूट से आए डॉ. अरुण कुमार (हेड – CSR) एवं डॉ. ऋषि कुमार गुप्ता (मेडिकल डायरेक्टर) ने एनसीआर क्षेत्र में चिकित्सा शिक्षा, संयुक्त शोध कार्य एवं कैंसर उपचार को और अधिक सुलभ बनाने के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराई। उन्होंने सरस्वती इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज एंड हॉस्पिटल के इस सराहनीय अकादमिक प्रयास की प्रशंसा की।
सरस्वती ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन्स के चेयरमैन डॉ. जे. रामचंद्रन तथा वाइस चेयरपर्सन रम्या रामचंद्रन ने कार्यक्रम के सफल आयोजन पर टीम को शुभकामनाएं प्रेषित कीं।
























