कवियों ने पहलगाम में हुए हमले का किया विरोध

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कवियों ने पहलगाम में हुए हमले का किया विरोध

हापुड़, सीमन (ehapurnews.com): हापुड़-हिंदी साहित्य परिषद, हापुड़ के तत्वावधान में ऑनलाइन काव्य गोष्ठी का आयोजन किया गया जिसकी अध्यक्षता कवि राम आसरे गोयल और संचालन कवि महावीर वर्मा मधुर ने किया। जिसमें रचनाकारों ने पहलगाम में हुए हमले में मारे गए लोगों के प्रति अपनी संवेदना व श्रद्धांजलि व्यक्त की और पाकिस्तान के प्रति आक्रोश व्यक्त करते हुए काव्य पाठ किया। कवि प्रेम निर्मल ने पढ़ा – कसक विभाजन की मिटे, हो ऐसा अभियान।
दे दिखलाई विश्व में, केवल हिंदुस्तान।
बहुत हुआ आतंक देश में , कब तक सहे जनाब।
आंख उठाये जब भी पापी, दो मुंह तोड़ जवाब। फसीह चौधरी ने पढ़ा – खबर नहीं थी कि गम के पहाड़ टूटेंगे, पड़ोसी मुल्क के सय्याद हमें लूटेगे।
कवित्री वर्षा जैन ने पढ़ा –
लूट ले गए मां बहनों के माथे का सिंदूर, कहां आदमी वे आतंकी वहशी कितने क्रूर।
महावीर वर्मा मधुर ने पढ़ा -मानवता हुई शर्मसार जब-जब तुमने वार किया, क्या कसूर था उन लोगों का जिनको तुमने मार दिया। चिनारो ने चित्कार भारी, देवदार भी रोया था। केसर की घाटी में किसने नागफनी को बोया था। सुनीता स्वामी ने पढ़ा- नमक हरामो की बस्ती में सांप सपोले भी होते हैं, केसर की घाटी में देखो बम के गोले भी होते हैं। राम आसरे गोयल ने पढ़ा -जहां फूटती सब कही, आतंकी दुर्गन्ध। प्रभुवर ऐसे देश से क्या अपना संबंध।
मोहनलाल तेजियान ने पढ़ा- कहां बढ़ा यह देश, प्रभु यह दहशतगर्दो का अड्डा,
निकल ना पाए एक भी इन्हें खोदीये गढ्ढा।डॉ पूनम ग्रोवर ने पढ़ा- भारत की सीमाओं पर जिस कदर आजकल हलचल है। आतंकियों की सोच में यह युद्ध की तैयारी है।
शिव प्रकाश शर्मा ने पढ़ा-तुमने जो दिखाया है गोलियां बरसा कर आतंक इस जमाने को, नैतिकता के पतन का यह अरमान किसका है। गरिमा त्यागी ने पढ़ा-जान लुटा कर चले गए जो, शीश कटा कर चले गए जो, उनका भी सम्मान करें खुशी मिटा कर चले गए जो।
डॉ पुष्पा गर्ग ने पढ़ा- धर्म पूछकर उसने सबका, खून की खेली होली है।
देश ना तेरा, देश ना मेरा, नीति कितनी मैली है। शहवार ने पढ़ा- इस बरस ना जाने क्यों आंधियां चली हर शब,
रोज कत्लो गारत ही ख्वाब में दिखाई देते हैं। काव्य गोष्ठी में पूनम अग्रवाल, मुशर्राफ चौधरी, अभय राज शास्त्री और अंजुम जैसे शायर ने भी भाग लेकर तालिया बटोरी।

फंगल (दाद), बालों का झड़ना, चर्म रोग, गुप्त रोग आदि, महिला मरीज के लिए महिला चिकित्सक : 9719123457





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