हापुड़, सीमन (ehapurnews.com): हापुड़ कपड़ा व्यापारी समिति के तत्वावधान में एक कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया।
कवि सम्मेलन की अध्यक्षता नरेश ने की। मंच का संचालन करते हुए कवि डा. अनिल बाजपेई ने पढ़ा,परमपिता तू ही जिसने संभाला है!
छंट रहा देखो तिमिर अब उजाला है!!
कभी है कन्हैया गिरिधर नामधारी जो!कभी कैलाश गिरि पे तू शिवाला है।छटेंगे मेघ संकटों के शीघ्र अब!उसी प्रभु ने ‘ अनिल ‘ इनसे निकाला है!!
मोदीनगर से पधारे अवनीत समर्थ ने पढ़ा।बुझा दो सब
चरागो को तुम्हारा नूर काफी है,
यहाँ तुम हो यही हम हैं मेरे हुजूर काफी है।
मेरठ से पधारे चंद्र शेखर मयूर ने पढ़ा,
भारती का चेहरा न उदास चाहिये।
वीरता का वही इतिहास चाहिये।
चहुँ ओर दुश्मनों की घात लगी है।
आज फ़िर देश को सुभाष चाहिये।
विकास विजय त्यागी ने पढ़ा।
क्या भगवा क्या हरा रंग है चमन के लिए,
एक सेनिक जान दे देता है वतन के लिए ,
हास्य कवि लक्ष्मण यति ने पढ़ा,बिल्ली चूहे को पढ़ा रही हिंसा करना पाप है,क्षण भर में पता लगा वह चूहा ही साफ है।
संस्था के अध्यक्ष शिव अवतार,सचिव,मनोज जैन,राजेंद्र, सत्य प्रकाश ने सभी कवियों को पटका प्रतीक चिन्ह भेंटकर सम्मानित किया ।


