– स्वामी विवेकानंद अरुणोदय विद्यालय में बच्चों को टीबी की जानकारी दी गई
– 40 बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण हुआ, सोमवार को लिए गए स्पुटम नमूने निगेटिव मिले
हापुड़, सीमन (ehapurnews.com): टीबी से डरने की जरूरत नहीं है। यह रोग पूरी तरह साध्य है। स्वास्थ्य विभाग के पास टीबी का बेहतर उपचार उपलब्ध है। चिकित्सक द्वारा दिया जाने वाला निर्धारित कोर्स नियमित रूप से पूरा करने पर टीबी पूरी तरह ठीक हो जाती है। टीबी की दवाओं के साथ उच्च प्रोटीन युक्त भोजन लेना और धूम्रपान, तंबाकू व शराब से दूर रहना जरूरी होता है। जिला क्षय रोग अधिकारी (डीटीओ) डा. राजेश सिंह ने यह बातें बुधवार को सूर्य विहार स्थित स्वामी विवेकानंद अरुणोदय विद्यालय में आयोजित असेंबली के दौरान बच्चों से कहीं। असेंबली में विद्यालय के संचालक श्री प्रेम चंद लोहिया मेमोरियल ट्रस्ट के महाप्रबंधक मानवेंद्र नाथ सान्याल और विद्यालय की प्रधानाचार्या रूमा शुक्ला भी मौजूद रहीं।
डीटीओ डा. राजेश सिंह ने बताया – असेंबली के बाद 40 बच्चों की टीबी की जांच (स्क्रीनिंग) की गई। किसी भी बच्चे में टीबी जैसा कोई लक्षण नजर नहीं आया। सोमवार को 120 बच्चों की जांच के बाद पांच लक्षणयुक्त बच्चों का स्पुटम (बलगम का नमूना) जांच के लिए लिया गया था, लेकिन जांच में सभी नमूने निगेटिव पाए गए। ट्रस्ट के महाप्रबंधक ने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा- कार्यक्रम के दौरान उन्हें टीबी के बारे में जो जानकारी हासिल हुई है, अपने घर पर जाकर परिवार के सदस्यों को भी बताएं, और किसी को भी खांसते हुए देखें तो एक बार टीबी की जांच कराने के लिए अवश्य कहें।
स्क्रीनिंग कैंप में डा. राजेश सिंह और ट्रस्ट के चिकित्सा अधिकारी डा. पीएस अग्रवाल ने बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण किया। वरिष्ठ उपचार पर्यवेक्षक दीपक कुमार और फार्मासिस्ट विनोद कुमार ने स्क्रीनिंग में सहयोग किया। जिला पीपीएम समन्वयक सुशील चौधरी ने बताया – टीबी मुक्त भारत का संकल्प पूरा करने के लिए जागरूकता जरूरी है। सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर टीबी उन्मूलन कार्यक्रम की पूरी जानकारी के साथ ही जांच और उपचार की सुविधा उपलब्ध है। रोगी यदि नियमित रूप से टीबी की दवा नहीं खाता है तो बीमारी गंभीर रूप ले सकती है। उच्च प्रोटीन युक्त आहार न लेने पर टीबी रोगी को दूसरी बीमारी हो सकती हैं, इसलिए निक्षय पोषण योजना के अंतर्गत रोगी को उपचार जारी रहने तक हर माह पांच सौ रुपए की राशि प्रदान की जाती है।
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मेरिनो इंडस्ट्रीज ने बायोमेट्रिक मशीन उपलब्ध कराईं
हापुड़। मेरिनो इंडस्ट्रीज की ओर से स्वास्थ्य विभाग को 20 बायोमेट्रिक मशीन उपलब्ध कराई गई हैं। मेरिनो इंडस्ट्रीज द्वारा संचालित श्री प्रेम चंद लोहिया मेमोरियल ट्रस्ट से महाप्रबंधक मानवेंद्र नाथ सान्याल और चिकित्सा अधिकारी डा. पीएस अग्रवाल व डा. दिनेश कुमार अग्रवाल ने अपने कर कमलों से यह मशीनें मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डा. सुनील कुमार त्यागी को भेंट कीं। सीएमओ ने बताया – मशीनों का उपयोग आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए किया जाएगा। दरअसल आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए लाभार्थी के बायोमेट्रिक्स लेने की जरूरत पड़ती है। विभाग को 20 और बायोमेट्रिक मशीनें मिलने से आयुष्मान कार्ड बनाने के काम में तेजी आएगी। आयुष्मान भारत योजना के तहत पांच लाख तक का निशुल्क उपचार प्राप्त करने के लिए लाभार्थी परिवार के सभी सदस्यों का आयुष्मान कार्ड होना आवश्यक है। इस मौके पर डीटीओ डा. राजेश सिंह और जिला पीपीएम समन्वयक सुशील चौधरी भी मौजूद रहे।