हापुड़, सीमन (ehapurnews.com): भारतीय ज्योतिष कर्मकांड महासभा के तत्वाधान में “एक राशि एक पौधा – एक नक्षत्र एक पौधा अभियान के तहत पौधारोपण कार्य शुरू किया गया। महासभा अध्यक्ष पंडित के0 सी0 पाण्डेय काशी वाले के साथ पदाधिकारीयों ने चितौली देवी मंदिर पर अपने राशि व नक्षत्र के अनुसार पौधे लगाकर अभियान की शुरुआत की इस अवसर पर महासभा अध्यक्ष पंडित के0 सी0 पाण्डेय काशी वाले ने कहा कि वृक्ष पर्यावरण संतुलन व मानव जीवन का प्रमुख आधार है जीने के लिए आक्सीजन वृक्षों के द्वारा ही प्राप्त होता है वृक्ष के बिना जीवन की कल्पना संभव नहीं है प्राचीन काल से ही धर्मग्रंथों में वृक्षों की विशेष महिमा बताई गई है ज्योतिष शास्त्र में भी वृक्षों को महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त है भगवान कृष्ण ने भी गीता में कहा है कि वृक्षों में मै पीपल हूँ पीपल एकमात्र वृक्ष है जो 100% आक्सीजन देता है वही श्लोक
वटमूले स्थितो ब्रह्मा, वटमध्ये जनार्दनः
वटाग्रे तु शिवो देव सावित्री वटसंश्रिता।
अर्थात वटवृक्ष को देववृक्ष कहा गया है इसके मूल में भगवान ब्रह्मा, मध्य में जनार्दन विष्णु तथा अग्रभाग में देवाधिदेव महादेव स्थित रहते हैं। देवी सावित्री भी इसी वटवृक्ष में प्रतिष्ठित रहती हैं इसलिए सभी लोग वृक्ष अवश्य लगाए महासभा प्रवक्ता पंडित अजय शर्मा ने बताया कि भारतीय ज्योतिष कर्मकांड महासभा पर्यावरण रक्षा एवं विश्व कल्याण हेतु सरकार के अधिकतम पेड़ लगाने के लक्ष्य को पूरा करने के लिए साथ ही मानव हित के लिए कुंडली के अनुसार राशि व नक्षत्र से संबंधित पौधा लगाने के लिए निःशुल्क मार्गदर्शन दे रही है जनता को वृक्षारोपण करने हेतु जागरूक किया जायेगा महासभा मंदिरों, सड़क के किनारे, खेतों, तालाबों आदि के किनारे पौधे लगाएगी मंत्री गौरव कौशिक ने कहा कि कुंडली में स्थित ग्रहों के अनुसार राशि पौधा लगाने से कुंडली के दोष दूर होंगे तथा अशुभ ग्रह भी अनुकूल शुभ फल प्रदान करेंगे इससे पर्यावरण संतुलन के साथ साथ पितरों को भी मुक्ति मिलती है तथा स्वयं के जीवन में भी सकारात्मक परिवर्तन आएगा कमजोर शुभ ग्रह बली होंगे एवं अशुभ ग्रह के दोष दूर होंगे मत्स्य पुराण,भविष्य पुराण, शिव पुराण आदि धर्मग्रंथो में वृक्षारोपण करने से मिलने वाले पुण्य लाभ को विस्तार से बताया गया है पंडित अजय पाण्डेय ने कहा कि पेड़ पौधों की कमी से मानव जीवन संकट में पड़ जाएगा वातावरण में प्रदुषण फ़ैल जाएगा अतः अधिक से अधिक पौधे लगाए महासभा व्रत पर्व विधिज्ञा श्रीमती अनिशा सोनी पाण्डेय ने बताया कि ग्रहों के अनुसार सूर्य के लिए पीपल, चन्द्र के लिए जामुन, मंगल के लिए पलाश, खैर बुध के लिए अपामार्ग,तुलसी, बेल वृहस्पति के लिए केला, पीपल शुक्र के लिए नागकेशर,गूलर शनि के लिए शमी, राहु के लिए सफ़ेद चन्दन,दूर्वा,पीपल तथा केतु के लिए कुश, इमली,अर्जुन का पौधा लगाए इसी तरह मेष राशि वाले लाल चन्दन, गुड़हल,आंवला, लाल फूल व फल वाले, वृष राशि सफ़ेद चन्दन, गूलर,गुलमोहर,खैर मिथुन राशि शीशम, नीम, पीपल कर्क राशि अशोक, पीपल, बांस नागकेसर, सिंह राशि पीपल, बरगद,पलाश कन्या राशि बेल, पाकड़, रिठा तुला राशि अर्जुन, गुलमोहर वृश्चिक राशि सेमल, पलाश, चीड़, शाल धनु राशि कटहल, आम, जलवेतस, बरगद, पीपल, अशोक मकर राशि शमी, कदम्ब, नारियल, बरगद कुम्भ राशि कदम्ब, आम,और नीम तथा मीन राशि नक्षत्र वालों के लिए महुआ, नीम आदि वृक्षों को विशेष शुभ बताया गया है भविष्य पुराण के अनुसार जो व्यक्ति रास्तों के किनारे, मंदिरों के पास वृक्ष लगाता है वो अपने पूर्वजों को बड़े से बड़े पापों से मुक्ति दिलाता है जिससे पितरों के आशीर्वाद से उसका यश संसार में फैलता है महासभा प्रचारक पंडित जगदंबा शर्मा ने वृक्षों का जीवन में महत्व बताते हुए कहा कि मत्स्य पुराण में एक श्लोक है, ”दशकूपसमा वापी, दशवापीसमो ह्रदः। दशह्रदसमो पुत्रो, दशपुत्रसमो द्रुमः।।” अर्थात- एक जलकुंड दस कुएँ के समान है, एक तालाब दस जलकुंड के समान है, एक पुत्र का दस तालाब जितना महत्व है और एक वृक्ष का दस पुत्रों जितना महत्व है। वराह पुराण में कहा है कि जो इंसान एक पीपल, नीम, बरगद, दो अनार, नारंगी, पांच आम के पेड़ और दस फूल वाले पौधे लगाता है वो नर्क में नहीं जाता अतः मानव जीवन को सुखमय तथा पर्यावरण संतुलन बनाएं रखने के लिए ग्रह, राशि व नक्षत्र के अनुसार वृक्षारोपण अवश्य करें इस अवसर पर श्रीमती चित्रा कौशिक, पंडित सुबोध शर्मा, लेखानिरीक्षक पंडित देवी प्रसाद तिवारी, पंडित महावीर शर्मा, पंडित ब्रह्मदत्त शुक्ला,चौधरी वीरपाल आदि ने भी पौधारोपण किया.
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सरस्वती कॉलिज ऑफ फार्मेसी में प्रवेश प्रारम्भ : 8791865453, 7217316586