
भाकियू के पश्चिमी यूपी के युवा प्रदेश अध्यक्ष बनने पर एकलव्य सिंह सहारा का स्वागत
हापुड़, सीमन (ehapurnews.com): भारतीय किसान यूनियन के तत्वावधान में किसान समीक्षा बैठक (तीसरी) एवं नवन्युक्त प्रदेश अध्यक्ष युवा पश्चिमी उत्तर प्रदेश का स्वागत समारोह का आयोजन वेदांता फ़ार्म हाउस, बुलंदशहर रोड, हापुड़ में भव्य रूप से किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में नवयुक्त युवा प्रदेश अध्यक्ष (पश्चिमी उत्तर प्रदेश) एकलव्य सिंह सहारा ने शिरकत की।
हापुड़ ब्लॉक के किसानों ने अपने प्रदेश अध्यक्ष का ढोल-नगाड़ों, पुष्प वर्षा और जयकारों के साथ विभिन्न स्थानों पर जोरदार स्वागत किया।
कार्यक्रम का मंच संचालन शेखर चौधरी ने किया जबकि पंचायत की अध्यक्षता बाबा सुरेन्द्र सिंह द्वारा की गई।
मुख्य अतिथि एकलव्य सिंह सहारा ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा — “ग्राम मीरपुर कला में ग्राम सचिव द्वारा की गई धोकाधड़ी का प्रकरण सामने आया और जिसके सभी तथ्या प्रशासन को सौंप दिए गए हैं। युवाओं को बिल्कुल हितेश होने की कोई जरूरत नहीं भ्रष्टाचार करने वाले को खिलाफ जल्द कार्यवाही होगी, अप्रैल 1995 से मार्च 2004 तक का बिजली घोटाला: इस अवधि में बिजली विभाग के कुछ अधिकारियों द्वारा बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार किया गया।
नलकूप उपभोक्ताओं के बिलों में घोटाला हुआ तथा अनेक अभिलेख या तो नष्ट कर दिए गए या गायब कर दिए गए। अब, लगभग 30 वर्ष पश्चात विभाग द्वारा जारी नवीन आदेश किसानों के प्रति घोर अन्यायपूर्ण प्रतीत होता है। जबकि प्रदेश सरकार किसानों की बिजली माफ़ करने की दिशा में अग्रसर है, जानकारी के अनुसार विभाग का यह फरमान किसानों को गुमराह कर उनके विरुद्ध रिकवरी कार्रवाई का मार्ग प्रशस्त करता है — जिसका हम पूर्ण विरोध करते हैं। विशेष आपत्ति बिंदु संख्या 5 पर है, जिसमें कहा गया है कि “प्रार्थना पत्र के साथ उपभोक्ता को शपथ पत्र की भौतिक प्रति कार्यालय में जमा करनी होगी, और यदि प्रस्तुत रसीद या विवरण गलत पाए जाते हैं, तो उस धनराशि को पुनः विद्युत देयों में जोड़ा जा सकता है।” यह नियम किसानों को दोषी ठहराने जैसा है, जबकि गलती स्वयं विभाग की है। जब विभाग अपने अभिलेख 30 वर्षों में भी सुरक्षित नहीं रख सका, तब उपभोक्ताओं से मात्र 15 दिनों में दस्तावेज़ प्रस्तुत करने की शर्त थोपना अत्यंत अनुचित, अमानवीय और अव्यवहारिक है। यदि प्रदेश सरकार वास्तव में किसानों को नि:शुल्क बिजली देने की अपनी घोषणा पर दृढ़ है, तो हापुड़ जनपद से इसका उदाहरण प्रस्तुत किया जाए और किसानों का बिजली बिल माफ किया जाए एवं पिछले छह महीनों से संघर्ष कर रहे उत्कल किसानों को रोज़ रोज़ गुमराह न कर एक सख़्त कार्यवाही की जाए क्योंकि किसान का मकसद सिर्फ़ अपना उचित भुगतान हैं।
एकलव्य सिंह सहारा ने उपजिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपते हुए मांग की कि भ्रष्टाचार की उच्चस्तरीय जांच हो, बिजली बिल फरमान में संशोधन किया जाए और प्रदेश सरकार का “फ्री बिजली बिल मॉडल” जनपद हापुड़ में लागू किया जाए।
कार्यक्रम में मौजूद सैकड़ों किसानों ने इस मुद्दे पर एकजुटता दिखाते हुए “एकलव्य सिंह सहारा जिंदाबाद” और “भ्रष्टाचार मुर्दाबाद” के नारे लगाए।
मुख्य आयोजकों में विनय बाना, सुधीर फौजी, धर्मेन्द्र चट्ठा, विनोद धारीवाल, सूरजवीर सिंह, लोकेश प्रधान, अमित चौधरी, हंसवीर सिंह, पौदन प्रधान, उमेश प्रधान, अनिल चौधरी, रविन्द्र चौधरी, गौरव, उज्वल, भानु, सचिन, रिंकू, अखिल, अदनान, अभिषेक, अमरजीत, अनुज सहित अनेक किसान नेता व कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
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