Thursday, November 21, 2024
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HomePilkhuwa News | पिलखुवा न्यूज़लाइसेंस के बिना जनपद हापुड़ में बन रही थी नकली दवाइयां, दिल्ली...

लाइसेंस के बिना जनपद हापुड़ में बन रही थी नकली दवाइयां, दिल्ली से आई टीम ने बरामद की 25 लाख की नकली दवाई








हापुड़, सीमन/रियाज़ अहमद (ehapurnews.com): जनपद हापुड़ के पिलखुवा के टेक्सटाइल सेंटर स्थित एक फैक्ट्री में अवैध रूप से नकली दवाइयां बनाई जा रही थी। बिना लाइसेंस के ही फैक्ट्री संचालित की जा रही थी। केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन सीडीएससीओ) दिल्ली और गाजियाबाद की संयुक्त टीम ने गुरुवार की देर रात कार्रवाई करते हुए रुस्तम इंडस्ट्रीज पर छापा मार कार्रवाई की और संचालक अजय शर्मा निवासी आलमपुर को गिरफ्तार कर लिया। साथ ही 25 लाख रुपए की नकली दवाइयां भी बरामद की हैं। लोगों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ कर आर्थिक लाभ कमाने के उद्देश्य से यहां नकली दवाइयां बनाई जा रही थी।

14 दिन की डिमांड पर भेजा:

भारी पुलिस बल के साथ टीम ने फैक्टरी पर छापा मार कार्रवाई की। फैक्ट्री में नामचीन कंपनी के नाम पर नकली दवाइयां बनाई जा रही थी। इसके अलावा दवाई बनाने वाली मशीन समेत आदि टीम ने बरामद की है। फैक्ट्री के मालिक अजय शर्मा को गिरफ्तार कर उसके खिलाफ न्यायालय में वाद दायर कर 14 दिनों की रिमांड पर भेज दिया है।

भारत सरकार ने की कार्रवाई:

भारत सरकार के औषधि महानियंत्रक डॉक्टर राजीव सिंह रघुवंशी और प्रदेश हैड डॉक्टर हेमंत चौधरी, जिला औषधि निरीक्षक हीरेंद्र चौधरी के नेतृत्व में शिकायत के आधार पर टीम ने जांच शुरू की और छापा मारा। छापामार कार्रवाई के दौरान असलियत सभी के सामने आ गई। गुरुवार की रात हुई छापामार कार्रवाई के दौरान सीडीएससीओ नॉर्थ जोन गाजियाबाद औषधि निरीक्षक राकेश कुमार, अंकुश गुप्ता प्रमोद कुमार भी छापामार कार्रवाई के दौरान मौजूद रहे।

टीम 10 दिनों से कर रही थी रेकी:

टीम को शिकायत मिली थी कि क्षेत्र में नकली दवाइयां बनाई जा रही हैं जिसके बाद कर्मचारियों ने रेकी करना शुरू किया। 10 दिन रेकी करने के बाद टीम ने रुस्तम इंडस्ट्रीज पर छापा मार कार्रवाई की। टीम को देखते ही कंपनी में हड़कंप मच गया।

नामचीन कम्पनी की बन रही थी डुप्लीकेट दवाई:

फैक्ट्री में जीएसके कंपनी की ऑगमेंटिन 625 एमजी और जाइडिस केडिला कंपनी मार्क की डेक्लोपैरा पेरासिटामोल की दवाई बरामद हुई है। इनमें एंटीबायोटिक, बुखार, बदन दर्द आदि की दवाइयां शामिल हैं जिन्हें कब्जे में लेकर सील कर दिया गया है।

बिना लाइसेंस चल रही थी फैक्ट्री:

अचंभे की बात तो यह है कि लाखों की दवाई बरामद हुई है लेकिन फैक्ट्री संचालक अजय शर्मा के पास लाइसेंस नहीं था। बिना लाइसेंस फैक्ट्री संचालित करने के लिए दवाई बनाई जा रही थी।

किस-किस को हो रही थी सप्लाई:

टीम फिलहाल यह जांच कर रही है कि यह नकली दवाइयां किस-किस को सप्लाई की जा रही थी। फिलहाल पुलिस ने आरोपी अजय शर्मा को 14 दिन की रिमांड पर भेज दिया है। मामले की जांच जारी है।

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