श्रद्धालुओं ने खींचा जगन्नाथ रथ, पापड़ नगरी गूंजी जय जगन्नाथ से
हापुड़, सीमन (ehapurnews.com): भगवान श्री जगन्नाथ रथ यात्रा सेवा समिति हापुड़ के तत्वावधान में रविवार को हापुड़ में आयोजित भगवान श्री जगन्नाथ रथ यात्रा महोत्सव में रथ को खींचने के लिए श्रद्धालु उमड़ पड़े। रथ यात्रा की पूर्व संध्या पर पुराना बाजार के प्राचीन शिव मंदिर में हरिनाम संकीर्तन का आयोजन किया गया जिसमें भक्तों ने संकीर्तन किया। रविवार की भोर में ब्रह्मनान के श्री निकुंज भवन पर ठाकुर जी का अभिषेक किया गया और प्राचीन शिव मंदिर में छप्पन भोग के बाद भगवान श्री जगन्नाथ रथ यात्रा प्रारंभ हुई। जय बलदेव, जय सुभद्रा व जय जगन्नाथ के जयकारे के साथ श्रद्धालुओं में रथ खींचने की होड़ लग गई। जिधर भी देखो उधर ही नगर की सड़कों पर श्रद्धालु, जिनमें महिलाएं, पुरुष, युवक, युवतियां, बच्चे शामिल थे और रथ यात्रा मार्ग की ओर नंगे पैर दौड़े चले जा रहे थे। प्राचीन शिव मंदिर से लेकर रथ यात्रा के विश्राम स्थल श्री लक्ष्मी नारायण मंदिर तक के एक कि.मी. लंबे मार्ग में श्रद्धालुओं ने रथ यात्रा पर पुष्प वर्षा कर स्वागत किया। विश्राम स्थल पर ठाकुर एक सप्ताह तक रहेंगे। विश्राम स्थल को जगन्नाथ जी की मौसी का घर माना जाता है और भक्तों के लिए स्थान-स्थान पर खिचड़ी, शीतल पेयजल, आईसक्रीम, फलूदा, मिठाईयां आदि वितरित की। रथ यात्रा में नगर की अनेक संकीर्तन मंडलियां संकीर्तन करते हुए चल रही थीं। रथ यात्रा के विश्राम स्थल पर आयोजित महाभोग प्रसाद में हजारों श्रद्धालुओं ने शामिल होकर भगवान श्री जगन्नाथ के प्रति अपनी अटूट श्रद्धा का परिचय दिया। श्री ब्राह्मांण पुराण में बताया गया है कि भगवान श्री जगन्नाथ रथ में विराजमान भगवान के श्री विग्रह को देखकर जो उठ खड़ा होता है तथा रथ के रस्सों को स्पर्श कर, महाप्रसाद ग्रहण करता है, उसका पुनर्जन्म नहीं होता।
सभी प्रकार के बीमों के लिये संपर्क करें : 9756129288

