
बजट के अभाव में गांवों में विकास अटका
हापुड़, सीमन (ehapurnews.com): जनपद हापुड़ में 273 ग्राम पंचायत ऐसी है, जहां केन्द्रीय वित्त आयोग से धनराशि आवंटित न किए जाने के कारण विकास कार्य अधूरे पड़े है और ग्रामीण परेशानी झेल रहे है।
हापुड़ के डीवीआरओ शिव बिहारी शुक्ला बताते हैं कि केंद्रीय वित्त आयोग से धनराशि न आने से जनपद की 273 ग्राम पंचायतों में विकास कार्य रुके हुए है। धनराशि आते ही मूल विकास के गर्य शुरु होगें।
हर साल ग्राम पंचायतों को केंद्रीय वित्त आयोग का बजट मिलता है। इस बजट का इस्तेमाल मुख्यत ग्रामीण क्षेत्रों में विकास कार्यों, स्वच्छता और पेयजल आपूर्ति, सड़क निर्माण जैसी बुनियादी सेवाओं के लिए किया जाता है। ठोस एवं चारा प्रबंधन, नालियों का निर्माण, पेयजल की व्यवस्था, पाइपलाइन बिछाना, जल स्रोतों का संरक्षण आदि ऐसी योजनाएं है, जिन पर प्राथमिकता के आधार पर काम किया जाता है।
यह बजट अधिकाशं रूप से मार्च के बाद अप्रैल महीने में ही जारी हो जाता है, लेकिन अगस्त माह बीत जाने के बाद भी बजट जारी नहीं किया गया है। जबकि वित्तीय वर्ष-2024-25 में ही केंद्रीय वित्त से होने वाले कार्यों का खाका तैयार कर पंचायत राज विभाग ने शासन को भेज दिया था। लेकिन शासन से बजट नहीं मिल पाने के कारण अभी तक ग्राम पंचायतों का खाका जमीन पर नहीं उतर पाया है, जिस कारण ग्राम पंचायत के लोगों को टूटी सड़कों, नालियों और गंदगी में रहने को मजबूर होना पड़ रहा है।
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