Monday, December 23, 2024
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लपी रोग से निबटने हेतु हापुड़ में कंट्रोल रुम स्थापित










लपी रोग से निबटने हेतु हापुड़ में कंट्रोल रुम स्थापित

हापुड़, सीमन (ehapurnews.com): जनपद हापुड़ में पशुओं में फैलने वाले लपी रोग से निबटने के लिए पशुपालन विभाग ने पूरी तैयारी कर ली है। कंट्रोल रुम की स्थापना के साथ ही निगरानी टीमें गठित की गई है और पशु चिकित्साधिकारियों की छुट्टी रद्द कर दी गई है। मवेशियों में टीकाकरण को गति दी जा रही है तथा किसानों को जागरूक किया जा रहा है। फिलहाल जनपद हापुड़ में लपी रोड का कोई मामला सामने नहीं आया है।

वर्तमान में प्रदेश के पूर्वी जिलों में पशुओं में लम्पी स्किन डिजीज का प्रकोप जारी है यह एक कि एक वायरल बीमारी होती है जो अधिकतर गौवंशीय पशुओं को प्रभावित करती है। लम्पी स्किन डिजीज में शरीर पर गाँठे बनने लगती है। खासकर सिर, गर्दन, और जननांग के आस पास ये गाँठे बडी होने लगती है और घाव बन जाती है। इसलिए इसे गाँठदार त्वचा रोग भी कहते है। एल. एस. डी. वायरस मच्छरों और मक्खियों जैसे खून चूसने वाले कीडो से आसानी से फैलता है। साथ ही ये दूषित पानी, लार और चारे के माध्यम से भी फैलता है। इस रोग में पशुओं को तेज बुखार, दूध उत्पादन में कमी के साथ पशु में गर्भपात होकर पशु बांझ भी हो जाता है, इस रोग में मृत्युदर 2 से 3 प्रतिशत ही होती है, उचित इलाज एवं सावधानी बरतते हुए 99 प्रतिशत पशुओं को आसानी से बचाया जा सकता है। पश्चिमी उ०प्र० के जिलों में गतवर्ष सितम्बर माह में इस रोग ने 50 हजार से अधिक पशुओं को प्रभावित किया था । जनपद हापुड़ में इस रोग से लगभग 1623 गौवंश प्रभावित हुए थे तथा 18 से अधिक गौवंश की इस रोग से मृत्यु हुई थी। गतवर्ष जिला प्रशासन के नेतृत्व में पशुपालन विभाग, पंचायती राज विभाग व अन्य सहयोगी विभागों के समन्वय से गोवंशीय पशुओं का व्यापक टीकाकरण करने व रोग के प्रसार को रोकने हेतु फोगिंग, डिसन्फेक्शन, चीचडीनाशक दवा वितरण आदि कार्यों से गौवंश को वृहद हानि से बचा लिया गया था। जिलाधिकारी हापुड़ ने पूर्वी उत्तर प्रदेश में फैल रहे रोग के दृष्टिगत जनपद के पशुपालन विभाग को एलर्ट मोड पर रहने हेतु निर्देशित करते हुए मुख्य पशु चिकित्साधिकारी हापुड से अब तक की तैयारियों व टीकाकरण, सर्विलेंस आदि की गहन समीक्षा की। उनके द्वारा बताया गया कि जनपद में इस वर्ष 20000 गौवंश को LSD की रोकथाम हेतु गोट पोक्स वैक्सीन लगाये जाने के लिए वैक्सीन प्राप्त हुई थी, जिसके सापेक्ष अब तक 7503 गौवंश को LSD का टीका लगाया जा चुका है जनपद में संचालित गौ आश्रय स्थलों में LSD टीकाकरण कराया जा चुका है तथा जनपदीय सीमावर्ती ग्रामों में रिंग वैक्सीनेशन मोड में टीकाकरण कराया जा रहा है। जनपद में रोग सर्विलेंस हेतु चार वि०स० में पशु चिकित्साधिकारियों के नेतृत्व में 8 टीमों गठन करते हुए प०च० सदर हापुड़ पर कन्ट्रोल रूम स्थापित किया गया है जिसका मो0नं0 7534988655 हैं, जोकि प्रातः 8 बजे से सांय बजे तक संचालित रहेगा। डी०पी०आर०ओ० के माध्यम से सभी ग्राम प्रधानों को इस सम्बन्ध में अवगत कराया जा रहा है कि यदि उनके ग्राम में एल०एस०डी० रोग ग्रस्त पशु दिखायी दे तो तत्काल कन्ट्रोल रोम ( 7534988655) अथवा मुख्य पशु चिकित्साधिकारी हापुड को उनके मो0न0 7302687519 पर सूचित करें। वर्तमान में जनपद में कोई भी पशु रोग से प्रभावित नही है, पशुपालकों को किसी प्रकार के घबराने की आवश्यकता नही है। पशुपालकों को रोग की जानकारी प्राप्त करने हेतु निकटवर्ती पशु चिकित्सालयों से सम्पर्क करते हुए टीकाकरण व चिकित्सा आदि के बारे में जानने हेतु आहवान करते हुए जिलाधिकारी हापुड़ ने शासन के निर्देशों के क्रम में अग्रिम आदेशों तक पशुपालन विभाग के सभी पशु चिकित्साधिकारी को बिना अवकाश स्वीकृत कराये मुख्यालय न छोडने तथा क्षेत्र में उपलब्धता सुनिश्चित रखने के निर्देश दिये है।

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