हापुड़, सीमन (ehapurnews.com) : जनपद हापुड़ के थाना बहादुरगढ़ क्षेत्र के अंतर्गत छात्रों को वितरित की जाने वाली निशुल्क पाठ्य पुस्तकों को चोरी कर उन्हें कबाड़ी को बेचने का मामला सामने आया है। आरोपियों ने लालच में आकर यह कदम उठाया। आरोपियों को कबाड़ी की दुकान पर रंगे हाथ वितरित की जाने वाली निशुल्क पुस्तकों के साथ पकड़ा गया। पुलिस ने दो के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर मामले की छानबीन शुरू कर दी है। बहादुरगढ़ पुलिस ने मामले में कार्रवाई करते हुए परवेज अहमद पुत्र मुस्ताक अहमद तथा प्रशांत कुमार पुत्र तुलाराम के खिलाफ आईपीसी की धारा 381 तथा 411 के तहत मुकदमा दर्ज किया है।
जनपद हापुड़ के बीआरसी गढ़मुक्तेश्वर में दक्ष कर्मचारी के पद पर तैनात परवेज अहमद और प्रशांत कुमार को इस कदर मन में लालच आ गया कि उन्होंने छात्रों को वितरित होने वाली किताबों को ही बेचने का फैसला ले लिया। चंद रुपयों की खातिर दोनों ने किताबों को गाड़ी में डाला और उसे बेचने के लिए कबाड़ी के पास पहुंच गए। हालांकि बीआरसी गढ़मुक्तेश्वर के अन्य कर्मचारी और अधिकारियों ने पुलिस के सहयोग से आरोपियों को रंगे हाथों पकड़ लिया।
मिली जानकारी के अनुसार देवेंद्र कुमार पुत्र लाखन सिंह निवासी नेकनामपुर नानई थाना बहादुरगढ़ को गढ़मुक्तेश्वर के खंड शिक्षा अधिकारी पंकज चतुर्वेदी ने गुरुवार की रात करीब 9:00 बजे सूचना दी की परवेज और प्रशांत ने शासन द्वारा प्राप्त हुई पुस्तकों को गाड़ी में भरकर बेचने पहुंचे हैं। इसी बीच देवेंद्र अपने कुछ साथियों और पुलिस के साथ बहादुरगढ़ के कबाड़ी के यहां पहुंचे जहां दोनों 14 सितंबर को बीआरसी कार्यालय पर शासन द्वारा भेजी गई किताबों को बेच रहे थे। टीम को देखते ही प्रशांत मौके से भाग खड़ा हुआ जबकि परवेज को लोगों ने मौके पर पकड़ लिया। जब पुलिस ने कड़ी पूछताछ की तो उन्होंने कहा कि लालच की वजह से वह इन किताबों को बेचने के लिए आए थे।
गाड़ी में भरी किताबों को पुलिस ने कब्जे में ले लिया। प्रशांत और परवेज विभिन्न विषयों की पुस्तकों को बेचने के लिए कबाड़ी के यहां पहुंचे थे। पुस्तकों को कब्जे में लेकर 22 कट्टों में सील किया गया। पुलिस ने दोनों आरोपियों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।
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