हापुड़, सीमन (ehapurnews.com): नंगलामल शुगर कॉम्पलैक्स, नंगलामल, द्वारा ग्राम खरखौदा में एक विशाल कृषक गोष्ठी का संचालन मुख्य अतिथि के रूप में डा० मैनेजर सिंह जी (पूर्व वैज्ञानिक, यू०पीसी०एस०आर०) एवं ग्राम खरखौदा के प्रगतिशील कृषक श्री महेश चन्द त्यागी जी की अध्यक्षता में किया गया। गोष्ठी का मुख्य उद्देश्य क्षेत्र के सभी कृषको को नई उन्नतशील गन्ना प्रजातियों से अवगत कराना, सही समय पर गन्ने की बुवाई करना, खाद व उर्वरक का सह मात्रा मेंउपयोग एवं फसल को कीटों एवं बीमारियों से बचाव हेतु कीटनाशक एवं टॉप बोरर कीट नियंत्रण हेतु जागरूक कराना था। डा० मैनेजर सिंह जी (पूर्व वैज्ञानिक, यू०पीसी०एस०आर०) नं गोष्ठी में उपस्थिति कृषकों को बताया कि गन्ना प्रजाति को 0 0238 रेड-रॉट बीमारी से ग्रसित हो चुकी है अतः इस प्रजाति की बुवाई न करें अपितु इस गन्ना प्रताति के स्थान पर नई उन्नतशील गन्ना प्रजाति को0 0118 एवं को० 15023 की बुवाई करें गन्ने की बुवाई से पूर्व गन्ना बीज का उपचार फफूंदीनाशक व कीटनाशक दवाईयों से अवश्य करें साथ ही उन्होने बताया कि 15 मार्च से 20 मार्च के बीच टॉप बोरर की पहली पीढी की तितली निकलने की संभावना है अतः इसकी रोकथाम हेतु अपने खेतों में लाईट ट्रैप व फैरोमैन ट्रैप अवश्य लगाये ताकि प्रथम पीढी की टॉप बोरर की तितली लाईट ट्रैप व फैरोमैन ट्रैप में फस कर मर जाये। और समय से टॉप बोरर कीट पर नियंत्रण किया जा सके। इसी क्रम में उन्नहोंने गन्ना बुवाई पर प्रकाश पर डालते हुए बताया कि मार्च माह में गन्ने की बुवाई करने के लिये खेतों मेब ने खूड़ों में पहले संस्तुत खाद व उर्वरक डालकर हल्की मिट्टी में मिला दें तत्पश्चात गन्ने के टुकड़ों को डालें ताकि गन्ने की आँख उर्वरकों के सम्पर्क में आकर खराब नहीं हों और ज्यादा से ज्याद गन्ना बीज का जमाव व सके। मौके पर उपस्थित श्री एल०डी० शर्मा, वरि० महाप्रबन्धक (गन्ना एवं प्रशासन), नंगलामल चीनी मिल में कीटों व बीमारियों से बचाव की विस्तृत जानकारी दी तथा चीनी मिल द्वारा बंसन्तकालीन बुवाई में दी जा रही सुविधाओं के बारे में बताया। उन्होंने बताया कि नंगलामल चीनी मिल द्वारा गन्ना प्रजाति को0 15023 का बीज वितरण करने वाले कृषकों को रू0 50 प्रति कु० व को० 0118 का बीज वितरण करने वाले कृ षक को रू0 30 प्रति कुं० व स्वय के बीज से को0 15023 की बुवाई करने वाले कृ षकों को रू० 30 प्रति कुं० की दर से अनुदान दिया जा रहा हैं साथ ही चीनी मिल के सभी क्षेत्रीय कार्यालयों पर गन्ना बवाई हेतु सभी आवश्यक उर्वरक एवं कीटनाशक उचित दर पर उपलथ्ध है। जिसका कृ षक भाइर्द गन्ना बुवाई में समय से लाभ उठा सकते है। अन्त में सभी किसान भाईयों से नई उन्नतशील गन्ना प्रजाति को० 0118 व को0 15023 की ज्यादा से ज्यादा क्षेत्र में बुवाई करने व चीनी मिल को साफ-स्वच्छ व ताजा गन्ना आपूर्ति करने की अपील की। इस मौके पर क्षेत्र के कृ षकों में भारी उत्साह दिखाई दिया लगभग 200 कृषकों ने गोष्ठी में सहभागिता की। नंगलामल चीनी मिल से ज्ञी अभिषेक श्रीवास्तव, महाप्रबन्धक गन्ना (मुख्यालय), श्री रूपलाल रेंगर, श्री धीरज त्यागी एवं अन्य अधिकारीगण व कर्मचारी उपस्थित रहें। मंच का संचालन श्री मोहन स्वरूप जी ने किया।
गोष्ठी के मुख्य बिन्दु –
1. को0 0118 व को0 15023 की बुवाई अवश्य करें।
2. गन्ना बीज को फफूंदीनाशक व कीटनाशक से शोधित करके ही बोयें।
3. गन्ने के उपरी 1/3 भाग की ही बुवाई करें।
4. भूमि की उर्वरा शक्ति बढ़ाने हेतु जैविक खाद (श्रीराम बहार) का प्रयोग अवश्यश् करें।
5. गन्ने की बुवाई ट्रेंच विधि से अर्थात लाईन से लाईन की दूरी कम से कम 4 फीट पर बोंयें।
6. गन्ने के साथ सहफसली अवश्य लगायें।
7. पेड़ी की अच्छी फसल हेतु सभी कर्षण क्रियाएं समय से करे।