हापुड़, सीमन (ehapurnews.com): पाकिस्तान व अन्य देशों से संचालित फर्जी लोन ऐप के माध्यम से हापुड़ के लोगों को भी निशाना बनाया जा रहा है। पाकिस्तान की फर्जी लोन ऐप के जरिए हापुड़ के चिराग अरोड़ा के साथ ठगी की गई। साथ ही उसका फोटो एडिट कर उसके रिश्तेदारों के मोबाइल पर भेजकर जमकर पैसे वसूला गया जिसके बाद शिकायत के आधार पर साइबर सेल टीम और हापुड़ नगर कोतवाली पुलिस ने मामले की जांच शुरू की तो आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया जिनका मकसद सिर्फ लोगों को ठगना है। इसके लिए आरोपी लोगों की फोटो को सॉफ्टवेयर के माध्यम से एडिट कर पीड़ित को ब्लैकमेल कर उससे पैसे ऐंठते थे जिन्हें वह पाकिस्तान में मौजूद संचालकों को बाइनेंस क्रिप्टोकरंसी के जरिए ट्रांसफर करते हैं। अभी तक आरोपी पाकिस्तान में बैठे संचालक को करीब साढे़ पांच लाख रुपए ट्रांसफर कर चुके हैं। मामले में कार्रवाई करते हुए साइबर सेल और हापुड़ कोतवाली पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है जिनके नाम प्रशांत पुत्र देवेंद्र चंद्रवंशी निवासी आनंदा अपार्टमेंट, अभिषेक तिवारी पुत्र वीरेंद्र तिवारी निवासीगण कापसहेड़ा दिल्ली और जितेंद्र पुत्र कप्तान सिंह बघेल निवासी मोहल्ला गदरपुर तगावली राजस्थान के रूप में हुई है जिनसे पुलिस ने 5700 की नकदी, पांच मोबाइल फोन, एक लैपटॉप, एक बलेनो कार बरामद की है। पुलिस का कहना है कि प्रशांत मूल रूप से बिहार के मुजफ्फरपुर के गांव झिटकी तथा अभिषेक मूल रूप से गाजीपुर के थाना कासमाबाद क्षेत्र के गांव मोहम्मदपुर का रहने वाला है।
हापुड़ के पुलिस अधीक्षक अभिषेक वर्मा ने बताया कि जरूरत के लिए लोग लोन लेने के लिए गूगल प्ले स्टोर व अन्य वेबसाइटों पर जाते हैं जहां से वह इन आरोपियों का शिकार हो जाते हैं। पाकिस्तान व बांग्लादेश से संचालित एप्प जैसे क्रेजी मंकी, कैश लोन एप्प आदि डाउनलोड करने पर पीड़ित अपनी जानकारी फोटो के साथ इस एप्प में भरता है जिसके बाद पाकिस्तान के लाहौर में बैठा शहजादा यह गोपनीय जानकारी पकड़े गए आरोपियों को बेचता था और लोगों को ठगने के लिए खाते में पैसा भी ट्रांसफर करता था। आरोपी जरूरतमंद को लोन के नाम पर कुछ रुपए देते हैं और बाद में कई गुना राशि वसूलते हैं। पैसा न मिलने पर आरोपी लोगों की फोटो के साथ छेड़छाड़ कर उसे सोशल मीडिया पर वायरल कर ब्लैकमेल करते हैं और मनमानी कर धन को वसूलते हैं जिसे वह पाकिस्तान के संचालक को भी भेजा करते हैं। जब ठगों ने हापुड़ के चिराग अरोड़ा को अपना निशाना बनाया तो साइबर सेल और हापुड़ कोतवाली पुलिस मामले की जांच में जुट गई और उसके पश्चात तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। हालांकि मुख्य आरोपी फिलहाल फरार है जिसकी पुलिस तलाश कर रही है। इसी के साथ पुलिस अधीक्षक अभिषेक वर्मा ने बताया कि आरोपियों के खाते में पिछले नौ महीनों में 25 से 30 लाख रूपए रिकॉर्ड में आए हैं। मामले में कार्रवाई करने वाली टीम को 25,000 रु का इनाम और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया जाएगा। पुलिस मुख्य आरोपी के साथ-साथ अन्य आरोपियों की तलाश कर रही है।
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