हापुड़, सीमन (ehapurnews.com): पर्यावरण एवं जैव विविधता को क्षति पहुंचाने वालों के खिलाफ वन विभाग की कार्रवाई का क्रम लगातार जारी है। क्षेत्रीय वन अधिकारी हापुड़ मुकेश चंद्रकांड़ पाल के तत्वाधान में वन विभाग की टीम ने एक और कार्रवाई की है जिसके अंतर्गत राजकीय वृक्षों को क्षति पहुंचाने के मामले में एक जेसीबी मशीन को पकड़ा है तो साथ ही दो लोगों के खिलाफ नामजद तहरीर देकर मामले में कार्रवाई की मांग की है। हापुड़ के फॉरेस्ट रेंजर मुकेश चंद्रकांड पाल के नेतृत्व में वन विभाग की टीम का सघन चेकिंग अभियान जारी है। मुकेश चंद्रकांड पाल ने कहा कि पर्यावरण तथा जैव विविधता के दुश्मनों को बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उनके खिलाफ कठोर से कठोर कार्रवाई की जाएगी जिससे पर्यावरण को क्षति न पहुंचे। इसी क्रम में मोदीनगर मार्ग से एक जेसीबी मशीन को जब्त किया गया और मामले में मुकदमा दर्ज करने के लिए हापुड़ कोतवाली में तहरीर दी है। इससे पहले भी फॉरेस्ट रेंजर मुकेश चंद्र कांडपाल के नेतृत्व में वन विभाग की टीम ने 15 मई को एक महिंद्रा पिकअप को नीम की लकड़ी के अवैध परिवहन के मामले में भी जब्त किया था।
फॉरेस्ट रेंजर मुकेश चंद्र कांडपाल के नेतृत्व में हुई कार्रवाई:
जानकारी के अनुसार बुधवार को वन विभाग की टीम को इनपुट मिला कि हापुड़-मोदीनगर मार्ग पर राजकीय वृक्षों को क्षति पहुंचाई गई है। सुधीर जैन निवासी अशोक कॉलोनी हापुड़ द्वारा अपनी भूमि की बाउंड्री वॉल की जा रही है। बाउंड्री वॉल लगाने का कार्य कराया जा रहा है जिसमें नीम, शीशम, आम तथा बेरी आदि प्रतिबंधित प्रजातियों को जड़ से उखाड़ कर रख दिया गया और आम के वृक्षों की शाखाएं तुड़वा दी गई जो मौके पर उखड़ी हुई वन विभाग की टीम को मिली। टीम ने छापा मार कार्रवाई की तो सभी के होश उड़ गए। फॉरेस्ट रेंजर हापुड़ मुकेश चंद्र कांडपाल के नेतृत्व में की गई इस कार्रवाई से हड़कंप मच गया। वन विभाग की टीम को जांच के दौरान पता चला कि यह जेसीबी बदनौली गांव के संदीप पुत्र अमरपाल पूर्व प्रधान की है। इसके बाद टीम ने बिना रुके अपनी कार्रवाई को जारी रखा और जेसीबी मशीन को सीज कर दिया। इसी के साथ मामले में मुकदमा दर्ज करने के लिए हापुड़ कोतवाली में भी तहरीर दी है। पुलिस मामले में तहरीर के आधार पर कार्रवाई कर रही है इससे पहले भी वन विभाग की टीम ने 15 मई को नीम की लकड़ी के अवैध परिवहन में लिप्त एक महिंद्रा पिकअप को भी पकड़ा था। फॉरेस्ट रेंजर हापुड़ मुकेश चंद्र कांडपाल ने स्पष्ट कर दिया है कि पर्यावरण को क्षति पहुंचाने वालों को बिल्कुल भी बक्शा नहीं जाएगा।
